RANCHI: तीन दशकों से चला आ रहा शांति और गांधीवादी आंदोलन का ही परिणाम है कि नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के तहत किया जा रहा सैन्य अभ्यास में विराम लग गया और अंततः सरकार ने अवधि विस्तार नहीं करने का निर्णय लिया।
विदित हो कि इस प्रोजेक्ट से 245 गाँव और करीब 3 लाख आदिवासी आबादी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से बुरी तरह से प्रभावित हो रहे थे। फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना का विस्तार नहीं करने का निर्णय ऐतिहासिक है।
सभी आंदोलनकारियों व लाखों आदिवासियों को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं।प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को उनके द्वारा लिए गए ऐतिहासिक निर्णय के लिए आभार प्रकट किया।
इस मौके पर सांसद विजय हंसदा, राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी, विधायक जीगा मुंडा,युवा सोशल एक्टिवेस्ट अनिल पन्ना, केंद्रीय जनसंघर्ष समिति के सचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर, सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला, रतन तिर्की, पन्ना, प्रभाकर तिर्की, बीजू टोप्पो, महेंद्र पीटर तिग्गा, मगदली कुजूर आदि लोग मौजूद थे।
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट