छपरा : बिहार के सारण से पूर्व एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने एक प्रेस कांफ्रेंस किया. उन्होंने कहा कि कुछ राजनेताओं की गंदे साजिश का शिकार ना हो जाऊं इसके लिए मैंने आज भी एक पुनः नामांकन दाखिल किया है. कुछ लोगों को मुझे मिल रहा अपार जनसमर्थन पसंद नहीं आ रहा है. जिसके लिए वे किसी बड़ी स्तर की ओछी राजनीति कर सकते है. उक्त बातें निवर्तमान विधान पार्षद व पूर्व भाजपा नेता इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से कही.
राय ने कहा कि विधिवत रूप से सोमवार को 14 मार्च को अपना नामांकन प्रपत्र निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भरा था. परंतु मेरे नाम मेरे नामांकन पत्र को रद्द करने के पुरजोर कोशिश करने की सूचना मिली. हालांकि मुझे चुनाव आयोग और प्रशासन पर भरोसा था. फिर भी जनप्रतिनिधियों के दबाव में मैंने अपना पुनः नामांकन कराया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को गुमराह कर कुछ राजनेता सारण जिले में भाजपा को कमजोर करने के लिए मुझे टिकट से वंचित कराया. उन्हें भय है कि इंजीनियर राय के रहते राजनीति का बाजारीकरण नहीं हो सकता, लोग जात घर्म में नही बट सकते. जिस कारण मुझे राजनीति से आउट करने का साजिश रच रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी को दिल से आत्मसात किया हूं. परंतु टिकट काटने का कोई ठोस कारण प्रदेश नेतृत्व नहीं बताया है. जिससे इस आशंका को बल मिल रहा है कि कुछ स्थानीय नेता मेरे बढ़ते कद से परेशान है. उन्होंने पार्टी के समक्ष गलत बयानी कर नेतृत्व से गलत फैसला लेने का दबाब बनाया और कामयाब रहे. वहीं जनप्रतिनिधि मेरे समर्थन में तन, मन और धन से तैयार हैं. ऐसे नेताओं को सबक सिखाने के लिए जनप्रतिनिधि मुझे अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए आतुर है. हर वर्ग, धर्म और जाति के जनप्रतिनिधियों के सम्मान मुझे मिलेगा. जनप्रतिनिधियों के बाकी कार्यो और अधिकारों के लिए मेरा यह संघर्ष जारी रहेगा. चुनाव मैदान से मुझे हटाने के लिए ऐसे नेता किसी भी स्तर तक जा सकते है, जिस कारण आज पुनः नामंकन कराया हूं.