द एचडी न्यूज डेस्क : सीमांचल इलाके में घुसपैठिए को लेकर बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने आज पटना एक बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि सीमांचल के इलाके में बड़ी संख्या में घुसपैठियों बसते जा रहे हैं. बता दें कि बिहार में घुसपैठियों के बसने के मुद्दे पर इन दिनों विवाद जारी है. पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं. रामसूरत राय ने कहा कि दलालों के जरिए बाहरी लोगों को लाकर वहां की जमीनें बेची जा रही हैं. उनकी मानें तो सीमांचल में समीक्षा बैठक के दौरान उन्हें ये जानकारी मिली है.
सीमांचल में रैकेट चला रहे हैं दलाल
एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि विदेशी पैसों का इस्तेमाल जमीन खरीदने में किया जा रहा है. इस सहारे लोग घुसपैठ कर रहे हैं. वहीं, खास लोगों के जरिए घुसपैठियों को अपने समाज का लोग बताया जा रहा है. दलाल मंदिर, मठों, भूदान और लाल पर्चे की जमीनों को घुसपैठियों को बेच रहे हैं. वहीं, उस पर बाजार, मॉल और संस्था बनाने के सीमांचल में रैकेट चल रहे हैं.
जमीनों का जमाबंदी किया जाएगा
मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार और बीजेपी दोनों ही बिहार में घुसपैठियों को रोकने पर काम कर रही है. देश की जमीन की रक्षा के लिए भूमि एवं राजस्व विभाग काम कर रहा है. सभी जमीनों का जमाबंदी करा कर उसे पोर्टल पर लाया जाएगा. ताकि जो हेराफेरी की गई है, वो सामने आ जाए.
पटना हाईकोर्ट ने दिया आदेश
आपको बता दें कि बीते दिनों पटना हाईकोर्ट ने बिहार में घुसपैठियों को चिन्हित करने और डिटेंशन सेंटर बनाए जाने को लेकर आदेश दिया है. कोर्ट के आदेश को लेकर बिहार सरकार ने राज्य में घुसपैठियों के पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इधर, बिहार सरकार के इस कदम पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि बिहार सरकार बैक डोर से एनआरसी-सीएए लागू करना चाहती है.
मंत्री के बयान पर जदयू एमएलसी का पलटवार
जदयू एमएलसी गुलाम रसूल बलिवाई ने भूमि एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय के बिहार के सीमांचल इलाके में घुसपैठ वाले बयान पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा है कि सरकार में वो स्वयं है और जो सरकार में हो वह किस सरकार से डिमांड कर रहे हैं. यह तो विचित्र ईशु है. वो भी भूमि का मंत्रालय आपके पास ही है.
उन्होंने कहा कि उसका भी एक सर्वे हो जाना चाहिए कि कितनी सरकारी भूमि ऐसी है. कितनी सरकारी जमीन ऐसी है. जिस जमीनों पर किस समुदाय के लोगों ने भूखंड पर किस समुदाय किस धर्म के लोगों ने धार्मिक स्थल बना करके कब्जा कर रखा है. उसकी भी लिस्ट सार्वजनिक कर देनी चाहिए. नंबर दो निराधार तथ्यहीन बातें करके हमको नहीं लगता है कि कोई संजीदा और संवेदनशील व्यक्ति केंद्र और राज्य सरकार और दोनों एनडीए की सरकार और इस तरह की बातें करे. यह बड़ा ही बेतुका है. उन्होंने कहा कि घुसपैठ की बात ही नहीं है. अगर किसी के मन में दिल में कोई किसी तरह की घुसपैठ हो तो उसकी दवा ही नहीं है.
बीजेपी ने साधा था निशाना
उनके इस बयान पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी थी. बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि मोहम्मद असदुद्दीन ओवैसी एनआरसी का नाम लेकर मुसलमानों को भड़काना चाहते हैं. असदुद्दीन ओवैसी को समझ की कमी है. ये सिर्फ कांग्रेस-राजद की तर्ज पर मुसलमानों की भावनाओं को भड़का कर राजनीति करना चाहते हैं. उनको लगता है कि एनआरसी के नाम पर राजनीति करने से वो मुसलमानों की भावना को आसानी से भड़का सकते हैं. किसी भी देश में कोई भी व्यक्ति बिना पासपोर्ट और वीजा के रह नहीं सकता है, जिनको राजनीतिक आश्रय या शरणार्थी का दर्जा नहीं मिला हो, उसके अलावा बाहर से आये लोग अवैध निवासी ही माने जाएंगे.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट