सुपौल : वायु प्रदूषण मौजूदा समय में बड़ी समस्या है. इस समस्या से निपटने के लिए बिहार सरकार प्रयासरत है. सड़क पर चल रहे वाहनों से लेकर पराली जलाने तक को लेकर सरकार मुस्तैद दिखती है. इसके बावजूद हवा दम घोंटू बनते जा रही है. ऐसे में अब सरकार वायु प्रदूषण के अन्य कारणों को तलाश कर उसे दूर करने में जुट गई है. इसी क्रम में बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है.
अवैध ईंट भट्ठे होंगे बंद
बिहार सरकार में मंत्री पद संभालने के बाद पहली बार सुपौल पहुंचे पर्यावरण एवं जलवायू परविर्तन मंत्री नीरज सिंह बबलू ने कि लाल ईंट की वजह से प्रकृति को व्यापक नुकसान हो रहा है. जिन चिमनीयों में जिकजैक सिस्टम से ईंट का उत्पादन नहीं हो रहा है, उन्हें तत्काल बंद कराया जायेगा. चूंकि उनकी वजह से पर्यावण पर विपरीत असर पड़ रहा है.
5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य
वहीं, उन्होंने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि साल 2012 से अब तक बिहार में 23 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं. साथ ही विभाग ने इस साल पांच करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. इसे भी सिलसिलेवार तरीके से पूरा किया जाएगा.
गौरतलब है कि बीते दिनों जब वायु प्रदूषण के संबंध में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों चिंतित है. पिछले दिनों यूएनओ के टीम के साथ मीटिंग भी हुई थी और इकरारनामा भी हुआ है. इसके तहत यूएनओ की टीम द्वारा स्टडी करवाई जाएगी और लो कार्बन पाथवे बनाई जाएगी. हालांकि, उन्होंने कहा था कि सिर्फ पटना और बिहार ही नहीं पूरे देश और दुनिया में प्रदूषण बढ़ा हुआ है. सरकार लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर फिक्रमंद हैं.