PATNA: क्या करें क्या न करें ये कैसी मुश्किल हाय…कोई तो बता दे इसका हल ओ मेरे भाई…जी हां पटना के राजबंशी नगर फुटपाथ दुकानदार की बड़ी समस्या से जूझना पड़ रहा है। एक तरफ बेरोजगारी का आलम दूसरी तरफ कर्ज लेकर आत्मनिर्भर बनने के सपने पर नगर निगम चला रहा है बुलडोजर। आज ऐसा ही नजारा पटना के राजबंशी नगर के फुटपाथ दुकानदारों के साथ देखने को मिला।
पटना के नगर आयुक्त कुमार रवि से मुलाकात करने पहुंचे दुकानदारों ने जब आय़ुक्त से मिलकर दर्द सुनाना चाहा तो उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। हां आवेदन की कॉपी का ज्ञापन कार्यालय ने लेते हुए आश्वासन दिया ।
स्ट्रीट वेंडरों की माने तो उन्होंने कहा कि “आए दिन दुकानें तोड़ दी जाती है, नगर निगम के द्वारा, जबकि नगर निगम और नगर आयुक्त के द्वारा हमें पत्र भी लाइसेंस भी मिला हुआ। उन्हीं के लाइसेंस के आधार पर हम दुकान लगाते हैं। लेकिन इस लाइसेंस का कोई महत्व नगर निगम के द्वारा नहीं दिया जा रहा है। हमने यहां तक कहा कि अगर इसका कोई महत्व नहीं तो इस लाइसेंस को फाड़ दिया। नगर निगम के कर्मचारी इसे न पढ़ते हैं ने देखना चाहते हैं।”
राजवंशी नगर में मेहनत से ठेला बनाकर रंग रौगन करने वाले दूसरे दुकानदार ने कहा कि “हमारी दुकानों को तोड़ देते हैं। हम कर्ज लेकर दुकानें लगा रहे हैं। हमने दुकान के एवज में लोन ले रखा है। प्रधानमंत्री निधि योजना के तहत अब हम इस लोन को कैसे चुका पाएंगे। जब हमें दुकान लगाने का जगह भी नहीं दिया जा रहा है। हम अपना और परिवार का जीवन यापन कैसे करेंगे ये बड़ी समस्या आ पड़ी है। इसका समाधान निकाला जाए।”
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट