द एचडी न्यूज डेस्क : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं. या फिर पुलिस हिरासत में लेकर उनसे सख्ती से पूछताछ कर सकती है. ऐसी बातें सामने क्यों आ रही है उसे हम बारिकी से समझाते हैं.
दरअसल, झारखंड के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर से विधायक सरयू राय ने सीएम हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि रघुवर दास के शासन काल में सरकार के इशारे पर उनकी जासूसी की जा रही थी. पुलिस के लोग न सिर्फ सरयू राय के फोन को टैप कर रह थे बल्कि उनका पीछा भी किया जा रहा था.
सरयू राय के इन आरोपों को सीएम हेमंत ने गंभीरता से लिया था और मामले के जांच के आदेश डीजीपी को दिए थे. सीआईडी ने पूरे मामले की जांच की जिसमें सरयू राय के आरोपों को सही पाया गया है. जांच में यह खुलासा हुआ है कि स्पेशल ब्रांच के कुछ लोग सरकार के इशारे पर गैर कानूनी तरीके से सरयू राय की जासूसी कर रहे थे. इतना ही नहीं जांच में यह भी पता चला है कि रघुवर शासन में कुल 400 लोगों के फोन टैप किए गए थे. जिन लोगों की जासूसी हो रही थी वे सभी रघुवर दास की नजरों में खटकते थे.
जांच में इस बड़े खुलासे के बाद स्पेशल ब्रांच के उन 12 पुलिस अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं जिन्होंने जासूसी कांड को अंजाम दिया था. इस खुलासे के बाद अब ये चर्चा तेज हो गई है कि रघुवर दास को पूछताछ के लिए पुलिस किसी भी वक्त हिरासत में ले सकती है. फिलहाल रघुवर दास न तो विधायक हैं और न ही किसी पद पर हैं ऐसे में जाहिर तौर पर आने वाला वक्त उनके लिए मुसीबत भरा हो सकता है. सरयू राय के आरोपों के बाद रघुवर शासन के इस गैर कानूनी कारनामों के सामने आने के बाद सूबे में भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ने वाली है. सत्ता पक्ष मामले को लेकर हमला बोलने की तैयारी में है जिसका जबाव देना भाजपा के लिए आसान नहीं रहने वाला है.