पटना : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए बड़ा आरोप लगाया है. शुक्रवार को उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए लॉकडाउन की पहल का हम सब पालन कर रहे हैं और आगे जो भी कदम उठाया जायेगा, उसका भी पालन करेंगे. लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने के नाम पर राज्य सरकार गरीबों और असहायों के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील हो गई है. उन्होंने कहा कि इसके विरोध में वे 25 अप्रैल को रालोसपा द्वारा राज्य भर में उपवास कार्यक्रम चलाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से उत्पन्न हुई दूसरी समस्याओं से राज्य सरकार ने पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है. लॉकडाउन के कारण सबसे ज्यादा परेशानी गरीब तबके के लोगों को हुई है. उनका रोजगार बंद होने से खाने के लाले पड़ गए हैं. सरकार राशन कार्ड देखकर लोगों को राशन दे रही है. राजस्थान के कोटा में फंसे हुए बच्चों के मामले पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अन्य राज्य की सरकारें अपने बच्चों को वापस ला रही है, लेकिन प्रदेश की सरकार ने इससे साफ मना कर दिया.
शिक्षकों के जारी हड़ताल के मसले पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पिछले कई महीनों से शिक्षकों का हड़ताल चल रहा है. उनका वेतन बंद है. कई शिक्षकों की मौत हो गई है. उनके परिवार की इस संकट की घड़ी में क्या स्थिति होगी यह समझने वाली बात है, लेकिन सरकार अपने जिद पर अड़ी है. लॉकडाउन में पुलिस ज्यादती पर उनका कहना था कि वह लॉकडाउन के नाम पर बिना कारण के लोगों को परेशान कर रही है. कुशवाहा ने कहा कि इन सभी बातों के मद्देनजर उनकी पार्टी 25 अप्रैल को पूरे राज्य में उपवास कार्यक्रम करेंगी. पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने-अपने घरों के दरवाजे पर उपवास पर बैठेंगे.