मुकेश कुमार सोनी, गुमला
गुमला: गुमला के ग्रामीण अब अपराधियों व नक्सलियों से खुद लोहा लेने के लिए तैयार हो गए हैं। ताजा मामला गुमला थाना क्षेत्र के वृंदा नायक टोली गांव का है, जहां पीएलएफआई का एक दस्ता सब जोनल कमांडर बसंत गोप के नेतृत्व में आया एवं एक ग्रामीण के घर को घेर कर पूरे परिवार की मारने की योजना बनाने लगा। उन्होंने ग्रामीणों के घर में कई गोलियां भी चलायी और दरवाजा तोड़ घुसने का प्रयास किया मगर ग्रामीण महिला ने उन पीएलएफआई के दस्ते से खुद लोहा लिया और नक्सलियों से लड़ने के लिए तैयार हो गयी। साहस का परिचय देते हुए घर की मेंबर विनीता उग्रवादी से भीड़ गयी और टांगी से प्रहार कर सब जोनल कमांडर बसंत गोप को बुरी तरह से घायल कर दिया। बसंत गोप के घायल होने के बाद उसके सदस्य इलाज के उद्देश्य वहां से जंगल की ओर गए मगर बसंत के स्थिति गंभीर रहने के कारण उसकी मौत हो गयी। गुरुवार को बसंत की मौत की घटना सुनने पर पुलिस जंगल की ओर गयी जहां बसंत गोप का शव बरामद हुआ।
बताया जाता है कि बसंत गोप ने पीएलएफआई में रहते हुए 21 मई 2018 शनीचरवा उरांव के घर पर हमला कर शनीचरवा को हत्या कर दिया था। तब से शनीचरवा का पूरे परिवार गांव छोड़कर बाहर चला गया था। लॉक डाउन होने के कारण अपने घर आये हुए थे। इसकी जानकारी होने पर बसंत गोप को हुई तो उनके पूरे परिवार को मारने के उद्देश्य गांव आया। गोलीबारी करने के बाद बसंत अपने दस्ते के साथ घर का दरवाजा तोड़ने ही वाला था कि शनीचरवा की पुत्रवधु विनीता ने अपनी जान बचाने के लिए बसंत गोप पर टांगी से प्रहार कर दिया। जिससे बसंत गंभीर रूप से घायल हो गया। दस्ता के प्रमुख के घायल होने के कारण अन्य उग्रवादी भी बसंत को घायल अवस्था में लेकर जंगल की ओर चल गया। जहां इलाज करने की योजना बनाई मगर उचित इलाज नहीं रहने के कारण बसंत गोप की मौत हो गई।
इधर गुमला थाना प्रभारी शंकर ठाकुर ने कहा कि बसंत गोप पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य था व पीएलएफआई में सब जोनल कमांडर के रूप में काम कर रहा था। कई मामले में पुलिस को तलाश थी। बसंत गोप कई बार जेल जा चुका था। थाना प्रभारी ने बताया कि बसंत गोप के मारे जाने से क्षेत्र में रंगदारी, लेवी, छेड़खानी इत्यादि घटना में कमी आएगी। बसंत के मारे जाने से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। परिवार वालों का कहना था कि शनिचरवा के हत्या के बाद से परिवार के सभी सदस्य डर से बाहर रहते थे। लॉक डाउन में गुमला स्थित अपने गांव बृंदा नायक टोली आये हुए थे। जिसकी जानकारी सब जोनल कामाडर बसंत गोप को हुई, वो पुरे परिवार की हत्या करने अपने पुरे दस्ते के साथ आया हुआ था।