द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बेबी रानी मोर्या से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. त्रिवेंद्र सिंह रावत थोड़ी देर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे. कल यानी बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी.
इस्तीफा देने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति कर रहा हूं. चार वर्षों से पार्टी ने मुझे सीएम के रूप में सेवा का मौका दिया. मैं कभी सोच नहीं सकता था कि मैं कभी सीएम बन सकता हूं लेकिन बीजेपी ने मुझे सेवा करने का मौका दिया.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पार्टी ने मुझे चार साल तक इस राज्य की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा मौका मिलेगा. पार्टी ने अब निर्णय लिया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर अब किसी और को दिया जाना चाहिए. सीएम के रूप में मुझे चार वर्ष में नौ दिन कम रह गए हैं.
बीते कुछ दिनों से यह चर्चा थी कि बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड में नेतृत्व बदलने का फैसला किया है. इसी सिलसिले में रावत को दिल्ली तलब किया गया था. आखिरकार दिल्ली से वापस अपने के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया है. पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद बीजेपी ने त्रिवेंद्र रावत को मुख्यमंत्री के पद से हटाने का फैसला किया. अब राज्य के नए मुख्यमंत्री के लिए जल्द ही विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी. इसी बैठक में नए नेता का चुनाव किया जाएगा.
सीएम की रेस में ये नाम आगे
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की रेस में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और धन सिंह रावत का नाम आगे है. तीनों में से किसी एक को नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि, सतपाल महाराज ने इस सिलसिले में संघ के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की थी. कहा जा रहा है कि नए सीएम के लिए सतपाल महाराज के नाम पर भी चर्चा चल रही है.
उत्तराखंड में बीजेपी का कोई भी सीएम कार्यकाल पूरा नहीं कर सका
- साल 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद बीजेपी ने 2 साल में 2 सीएम बनाए (नित्यानंद स्वामी और भगत सिंह कोशियारी)
- 2002 में कांग्रेस जीती
- 2007 में फिर से बीजेपी को बहुमत मिला
- 2007 से 2012 के बीच उत्तराखंड में बीजेपी ने 2 सीएम बदले (बी सी खंडूरी और रमेश पोखरियाल ‘निशंक’)
- 2017 में फिर बीजेपी की सरकार बनी, त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने
- इस बार फिर 4 साल बाद सीएम बदला जाएगा