द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का जदयू में विलय हो गया है. जदयू प्रदेश कार्यालय में सीएम नीतीश कुमार की मौजदूगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का विलय हुआ. पार्टी कार्यालय में नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को जोरदार स्वागत किया. सीएम नीतीश के साथ सांसद ललन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री संजय झा, मंत्री विजेंद्र यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी, जदयू एमएलसी नीरज कुमार, जदयू प्रवक्ता संजय सिंह के अलावा कई बड़े नेता मौजूद हैं. वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे.
आपको बता दें कि जदयू प्रदेश कार्यालय में उपेंद्र कुशवाहा का सीएम नीतीश कुमार ने स्वागत किया. जदयू कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया. रालोसपा के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं जदयू में शामिल हुए. बिहार की सियासत में रविवार को एक बड़ा परिवर्तन दिखा जब पिछले कई दिनों से एक दूसरे के प्रबल धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा अंतत: एक हो गए. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि अपने परंपरागत वोट के बिखराव के बाद यह दोनों बड़े नेता एक साथ आ सकते हैं और अंततः हुआ भी यही.
रालोसपा का जदयू में शामिल होने पर सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा का भव्य स्वागत किया और उन्हें गले गलाकर बधाई दी. उन्होंने कहा कि रालोसपा के विलय से बहुत खुशी हुई. सभी लोगों से पुराना रिश्ता रहा है. कुशवाहा से कई स्तरों पर बातचीत होती रहती है. पहले भी एक थे, फिर एक हो गए. सब लोग मिलकर काम करेंगे. उपेंद्र कुशवाहा के साथ अक्सर चर्चा होती रही है. पार्टी में उपेंद्र कुशवाहा को बड़ी जिम्मेवारी मिली. कुशवाहा जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किए गए.
जदयू में विलय करने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार व देश की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए रालोसपा के सभी समर्पित एवं संघर्षवान साथियों के साथ बड़े भाई, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में घर वापसी. सामाजिक न्याय एवं लोकसमतावादी विचारधाराओं के साथ लोगों का विकास हो, इसके लिए सदैव तत्पर और समर्पित रहेंगे. कुशवाहा ने कहा कि कोई मजबूरी और महत्वकांक्षा नहीं है. जनता के आदेश का पालन करते हुए फैसला लिया. पहले से बड़ा मंच मिल गया. जनता के आदेश का सम्मान किया. पार्टी जो भी भूमिका देगी वह निभाएंगे.
कुशवाहा ने आगे कहा कि नीतीश कुमार जो भी जिम्मेदारी देंगे उसको निभाएंगे. उन्होंने कहा कि हमने बड़े उतार-चढ़ाव देखें हैं. जदयू को नंबर एक पार्टी बनाने के लिए काम करेंगे. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह दल मेरे लिए नया नहीं है और इसके निर्माण में भी मेरा योगदान रहा है. उपेंद्र कुशवाहा का राजद पर तंज कसते हुए कहा कि अगर इनको मौका मिला तो फिर यह बिहार को आतंक में झोक देंगा.
उपेंद्र कुशवाहा के जदयू में शामिल होने पर लोकसभा सांसद ललन सिंह ने कहा कि हम सभी लोग आपका स्वागत करते हैं आप का अपना घर जदयू है. और हम लोग कंधा में कंधा मिला कर काम करेंगे.
उपेंद्र कुशवाहा ने जनता दल यूनाइटेड में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के विलय को एकमात्र विकल्प बताया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारे पास सामाजिक और राजनीतिक संघर्ष के लिए इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था. कुशवाहा ने कहा है कि वह नीतीश कुमार की राजनीति के मुरीद रहे हैं. भले ही वह साथ नहीं रहे हो लेकिन नीतीश की तारीफ करते रहे हैं. कुशवाहा ने कहा कि राष्ट्र और राज्य के हित में, बिहार में समान विचारधारा वाले लोगों को एक साथ आना चाहिए. यह वर्तमान राजनीतिक स्थिति की मांग है. इसलिए, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में जद (यू) के साथ विलय का फैसला किया है. अब हम उनके साथ खड़े हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट