रांची : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को सस्पेंड कर दिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बुधवार को आईएएस पूजा सिंघल को अरेस्ट करने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है. पूजा सिंघल को कार्मिक विभाग ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. इसकी अधिसूचना भी विभाग ने जारी कर दी है.
बता दें कि आईएएस पूजा सिंघल को रांची ईडी की स्पेशल कोर्ट ने पांच दिनों के रिमांड पर भेज दिया है. रिमांड की अवधि के दौरान ईडी की टीम उनसे पूछताछ करेगी. जानकारी के मुताबिक, पांच दिनों की रिमांड के दौरान पूजा सिंघल को रोजाना अपने अधिवक्ता और उनके किसी एक परिजन से मिलने की छूट रहेगी. वहीं पूछताछ के दौरान एक महिला अधिकारी भी मौजूद रहेंगी. रिमांड अवधि खत्म होने के बाद जांच एजेंसी इन्हें दोबारा कोर्ट में पेश करेगी. जिसके बाद पूजा सिंघल को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेजा जा सकता है.
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इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में भी आईएएस अधिकारी को सस्पेंड को लेकर चर्चा उठी थी. कैबिनेट बैठक के बाद एक कैबिनेट मंत्री ने भी लगातार न्यूज को बताया था कि राज्य सरकार ईडी कार्यवाही पर नजर बनाए हुए है. जैसे ही आईएएस अधिकारी को कस्टडी पर लेने का निर्देश दिया जाता है, सरकार सस्पेंड करने का निर्देश जारी करेगी.
रघुवर सरकार में पूजा सिंघल को मिला था क्लीन चिट
बता दें कि इन दिनों आईएएस पूजा सिंघल प्रदेश की राजनीति में सबसे चर्चा का विषय बनी हुई है. ईडी द्वारा झारखंड सहित कई राज्यों में उनके 25 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी. छापेमारी में 19.31 करोड़ रुपये और 300 करोड़ के दस्तावेज जब्त किये गये थे. पूजा सिंघल को मंगलवार को ईडी कार्यालय में पूछताक्ष के लिए भी बुलाया गया था.
उधर, पूजा सिंघल की गिरफ्तारी और सस्पेंशन के बाद अब पांच साल पहले पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने वालों पर कार्रवाई की भी तैयारी शुरू हो गई है. पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि फरवरी 2017 में पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने के मामले में जो भी दोषी होंगे. सरकार वैसे लोगों पर कार्रवाई करेगी. गौरतलब है कि रघुवर सरकार में पूजा सिंघल को चतरा और खूंटी मनरेगा घोटाला मामले में क्लीन चिट दिया गया था.
गौरी रानी की रिपोर्ट