वॉशिंगटन : भारत द्वारा चीन टिकटॉक सहित 59 ऐप्स को बैन करने के बाद चीन को इससे काफी नुकसानों का सामना करना पड़ा. लेकिन अब अमेरिका भी भारत द्वारा लिए गए कदम की तर्ज पर ही टिकटॉक ऐप को बैन करने की सोच रहा है. इस बाबत 25 सदस्यी अमेरिकी कांग्रेस की टीम ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस बाबत एक्शन लेने व अमेरिकी नागरिकों के डाटा को सुरक्षित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि टिकटॉक के डाटा से चीन की कम्युनिष्ट पार्टी और भी एडवांस होती है. Also Read – US-China Conflict News: राष्ट्रपति ट्रम्प ने हांगकांग को मिलने वाली विशेष तरजीह खत्म की
15 जुलाई को राष्ट्रपति ट्रंप को लिखे खत में लिखा गया कि भारत ने अपने नागरिकों के डेटा की सुरक्षा के लिए ऐसा कदम उठाया था. साथ ही भारत ने टिकटॉक सहित 59 ऐप्स को बैन कर दिया था. भारतीय लोगों के डेटा की सुरक्षा के लिए व चीन की कम्युनिष्ट पार्टी इसका फायदा न उठा सके इस कारण इन ऐप्स को भारत में बैन किया गया था. इस चिट्ठी में लिखा गया कि यह साफ है कि अमेरिकी टिकटॉक सहित किसी भी चीनी मोबाइल ऐप पर भरोसा नहीं करता है. अमेरिकी लोगों के डेटा की सुरक्षा के मद्देनजर चीनी मोबाइल ऐप के खिलाफ कठोर कदम उठान चाहिए. इन ऐप्स के जरिए चीन की कम्युनिष्ट पार्टी लोगों की जासूसी करती है.
उन्होंने ट्रंप को लिखा कि टिकटॉक को बंद कर देना चाहिए. साथ ही अन्य सोशल मीडिया साइट्स भी ऐसी है जो चीन की कम्युनिष्ट पार्टी को एक्सेस देती है. बता दें कि बीते दिनों भारत में 59 चीनी मोबाइल ऐप्स को भारत सरकार ने एक झटके में बंद कर दिया था. इस कारण चीन को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था. भारत की ही तर्ज पर अब अमेरिका में टिकटॉक को बैन करने की मांग की जा रही है.