द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) आज मैट्रिक परीक्षा-2022 का रिजल्ट अभी थोड़ी देर पहले दोपहर तीन बजे जारी कर दिया. बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी रिजल्ट घोषित किया. उनके साथ बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार भी मौजूद रहें.
आपको बता दें कि परीक्षा से महज 34 दिन बाद रिजल्ट जारी किया गया. बिहार मैट्रिक परीक्षा 2022 में 79.88 फीसदी रिजल्ट आया है. टॉप-10 में 47 छात्रों ने जगह बनाई. बिहार बोर्ड की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हुई थीं. हालांकि, मैथ्स की परीक्षा का पेपर लीक होने के चलते मोतिहारी जिले में फिर से परीक्षा करवाई गई थी.
वहीं प्रथम श्रेणी में 4,24,597, सेकंड श्रेणी में 5,10,411 और तृतीय श्रेणी में 3,47,637 छात्र सफल हुए. औरंगाबाद की पटेल हाईस्कूल रामायणी राय ने बिहार टॉप किया. 487 अंकों के साथ मैट्रिक परीक्षा में टॉप किया. वहीं नवादा के रजौली की प्रोजेक्ट गर्ल्स हाईस स्कूल की सानिया कुमारी सेकंड टॉपर रही. 486 अंक लाकर दूसरे स्थान पर रही. न्यू अपग्रेड हाई स्कूल मधुबनी के विवेक ठाकुर मैट्रिक के थर्ड टॉपर रहे. 485 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहे.



बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार बोर्ड 10वीं के नतीजों को जारी किया. इस दौरान, बिहार बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर, अतिरिक्त चीफ सेकरेट्री संजय कुमार भी मौजूद थे. मालूम हो कि बिहार बोर्ड का रिजल्ट भी शिक्षा मंत्री ने ही जारी किया था. बता दें कि बिहार बोर्ड ने आठ मार्च को आंसर की जारी कर दी थी.
सीएम नीतीश ने छात्रों को दी बधाई
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मैट्रिक के रिजल्ट जारी होने के बाद सभी सफल छात्रों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैट्रिक की परीक्षा में सफल होने वाले तमाम विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. इस बार 16 लाख 11 हजार 99 छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी. परीक्षा में 79.88 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एवं शिक्षा विभाग ने महज 34 दिनों के रिकॉर्ड समय में परीक्षा का परिणाम प्रकाशित किया इसके लिए वे भी बधाई के पात्र हैं. समय पर रिजल्ट के प्रकाशन से छात्र-छात्राओं को आगे की कक्षाओं में नामांकन के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. इससे उनका हौसला बढ़ेगा. इस बार टॉप-5 सफल विद्यार्थियों में चार लड़कियों ने बाजी मारी है. यह महिला सशक्तीकरण का बड़ा उदाहरण है. लड़कियों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और वो हर क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रही हैं.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट