पटना : कुछ दिनों से राजद के घर से लेकर पार्टी तक भूचाल मचा हुआ है. एक फिर आज राजद को बड़ा झटका लगा है. पूर्व विधान पार्षद सलीम परवेज आरजेडी छोड़कर एक बार फिर से जेडीयू में शामिल हो गए हैं. वो कुछ दिनों पहले आरजेडी में चले गए थे, लेकिन एकबार फिर वो जेडीयू में शमिल हो गए हैं. सलीम परवेज ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. बता दें आरजेडी में जाने से पहले वह जब जेडीयू में थे तब नीतीश कुमार ने उन्हें विधान परिषद का उपसभापति बनाया था.
जदयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में दोपहर बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की मौजूदगी में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी गयी. इस मौके पर जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधान पार्षद सह प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार सहित जदयू के अन्य नेता मौजूद थे. इससे पूर्व सलीम परवेज ने सीएम नीतीश से मुलाकात की. सीएम ने जदयू में शामिल होने पर सलीम परवेज का स्वागत किया. मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने पार्टी का पट्टा देकर उन्हें सम्मानित किया. भव्य तरीके से सलीम परवेज का स्वागत किया गया. पूरे ढ़ोल नगारे के साथ उनका स्वागत किया गया.
राजद से जदयू में आए पूर्व उपसभापति सलीम परवेज़ ने कहा कि नीतीश सरकार अल्पसंख्यकों के मुहाफ़िज़ हैं. राजद के छोटे राजकुमार को मैट्रिक पास करने का नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि राजद में बड़ों का कोई सम्मान नहीं है. हमारे लिए इज्ज़त, स्वाभिमान, ज़मीर पहले है. अगर हमारा साथ ना होता, तो राजद का कोई वजूद नहीं होता.
मिलन समारोह में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सलीम परवेज राजद में घुटन महसूस कर रहे थे. जदयू में आने पर मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं. राजद सिर्फ एक परिवार की पार्टी है. राजद के विवाद पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि यह राजद परिवार का अंदरूनी मामला है. इस मामले में जदयू को कोई लेना देना नहीं है. ललन सिंह ने कहा कि उपचुनाव में जदयू की दोनों सीटों पर जीत तय है.
पिछले दिनों सलीम परवेज ने राजद नेताओं की कार्यसैली से नाराज होकर पार्टी की उपाध्यक्ष और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. तब सलीम परवेज ने कहा था कि जिस तरह राजद ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत के बाद उन्हें सम्मान नहीं दिया उससे उन्हें दुख हुआ.
आपको बता दें कि सलीम परवेज ऐसे समय में पार्टी छोड़ कर जदयू में शामिल हुए हैं जब बिहार में विधानसभा उपचुनाव हो रहा है. यहां बिहार विधानसभा की दो सीट तारापुर और कुश्वेश्वर स्थान सीट पर 30 अक्टूवर को चुनाव होने हैं. ऐसे वक्त में उनका राजद छोड़ना पार्टी के लय बड़ा नुकसान साबित हो सकता है. परवेज के पार्टी छोड़ने से राजद के एमवाई समीकरण को झटका लग सकता है.सलीम परवेज को बड़ा मुस्लिम चेहरा माना जाता है.
संजय कुमार की रिपोर्ट