द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक खबर है. बिहार में कांग्रेस पार्टी को आज बड़ा झटका लगा है. आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश और भभुआ विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मनीष सिंह पटेल ने जदयू का दामन थाम लिया है. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने दोनों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलायी.
आपको बता दें कि पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय सदानंद सिंह के पुत्र और कांग्रेस पार्टी से बिहार विधानसभा के कहलगांव के पूर्व प्रत्याशी इंजीनियर सुभानंद मुकेश और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं.
पार्टी में शामिल होने पर नीतीश ने किया का स्वागत
शुभानंद मुकेश, कांग्रेस नेता शंभु सिंह पटेल और प्रयाग सिंह कुशवाहा ने एक अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. इस दौरान नीतीश कुमार ने पार्टी में शामिल होने पर सबका स्वगात किया. मौके पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जल संसाधन मंत्री संजय झा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम से प्रभावित होकर शुभानंद सिंह ने जदयू में आने का फैसला किया है. आज जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह वरिष्ठ नेताओं के साथ वे इस पार्टी में विधिवत शामिल हो जाएंगे. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सदानंद सिंह जब बीमार थे उसी समय कांग्रेस के नेताओं के व्यवहार को लेकर शुभानंद सिंह ने असंतोष जताया था. सदानंद सिंह पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. उसी समय शुभानंद ने कहा था कि कांग्रेस के बड़े से बड़े नेता ने भी उनकी मदद नहीं की और ना ही कोई देखने आया था. इस बात की जानकारी नीतीश कुमार को लगी तो उन्होंने दिल्ली से लेकर पटना तक इलाज की व्यवस्था की थी.
सदानंद सिंह का भागलपुर में रहा है प्रभाव
हालांकि तमाम कोशिशों के बाद भी सदानंद सिंह की सेहत नहीं सुधर पाई और उनका निधन हो गया था. इस घटना के बाद उनके बेटे आहत थे. इधर, कांग्रेस के प्रति विरोधी रुख को देखते हुए कांग्रेस ने शुभानंद मुकेश को पार्टी विरोधी गतिविधि की वजह से छह साल के लिए निलंबित कर दिया था. शुभानंद कहलगांव से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. सदानंद सिंह का प्रभाव भागलपुर में काफी माना जाता रहा है. ऐसे में उनके बेटे के जदयू में आने से कांग्रेस को झटका लग सकता है.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट