अहमदाबाद : कोरोना वायरस महामारी के बीच इंडिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. कोविड-19 की वजह से हालांकि पिछले साल आईसीसी ने नियमों में बदलाव किया था और उनमें गेंद पर लार ना लगाना भी शामिल था. लेकिन बुधवार को इंग्लैंड के उपकप्तान बेन स्टोक्स ने आईसीसी की कोविड-19 गाइडलाइन्स को तोड़ दिया. बेन स्टोक्स को तीसरे टेस्ट के पहले दिन गेंद पर लार लगाते हुए देखा गया जिसके बाद गेंद को सैनिटाइज करना पड़ा.
यह घटना 12वें ओवर के अंत में हुई जब स्टोक्स गेंद को चमकाने के लिये लार का इस्तेमाल करते दिखे जिससे अंपायर नितिन मेनन को उनसे बात करनी पड़ी. गेंद को फिर सैनिटाइज किया गया. आईसीसी ने पिछले साल जून में कोविड-19 महामारी के चलते गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था.
आईसीसी के कोविड-19 दिशानिर्देशों के अंतर्गत एक टीम को प्रत्येक पारी में दो बार चेतावनी दी जा सकती है लेकिन गेंद पर बार बार लार लगाने से पांच रन की पेनल्टी लगेगी जो बल्लेबाजी कर रही टीम को मिलेंगे. जब भी गेंदबाज गेंद पर लार लगायेगा तो अंपायरों को गेंद से खेल शुरू करने से पहले इसे साफ करना होगा.
इंग्लैंड की हालत खराब
इंग्लैंड ने अहमदाबाद में खेले जा रहे डे नाइट टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. लेकिन इंग्लैंड की पूरी टीम 112 रन पर ही ऑलआउट हो गई. भारत की ओर से अक्षर पटेल ने छह विकेट लिए जबकि अश्विन को तीन विकेट मिले. दिन का खेल खत्म होने तक इंडिया ने तीन विकेट के नुकसान पर 99 रन बना लिए हैं. रोहित शर्मा 57 रन बनाकर नाबाद हैं. इंडिया पहली पारी में इंग्लैंड से सिर्फ 13 रन पीछे है और अभी उसके हाथ में सात विकेट हैं.