द एचडी न्यूज डेस्क : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस यानी आठ मार्च के अवसर पर मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने पटना के गुरुनानक भवन परिसर में राज्य की 114 महिला स्वास्थ्यकर्मियों (आशा कार्यकर्ता, एएनएम-जीएनएम, महिला चिकित्सा पदाधिकारी) को उत्कृष्ट कार्य और सर्वाधिक टीकाकरण करने के लिए सम्मानित किया. इस अवसर पर पांडे ने सभी महिलाकर्मियों और अन्य लोगों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना देते हुए आशा कार्यकर्ताओं को ड्रेस खरीद में 500 रुपए अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की.
अब मिलेंगे आशा कार्यकर्ताओं को डेढ़ हजार
उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष से आशा बहनों को साल में परिधान की खरीद के लिए एक हजार सालाना मिलने वाली वित्तीय अनुदान में 500 रुपए की बढ़ोतरी कर अब उसे राज्यकोष से 1500 रुपए देने का निर्णय लिया गया है.
कोरोना काल में किया सराहनीय काम
मंत्री ने कहा कि लगभग 90 हजार आशा कार्यकर्ताओं को यह राशि मिलेगी. स्वास्थ्य विभाग में सेवा दे रही महिलाकर्मियों के साहस व हौसले की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि खासकर कोविड काल में इन कर्मियों ने टीकाकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. केंद्र व राज्य सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में नया अध्याय जोड़ा है. आज स्थिति यह है कि पुरुष व महिलाओं के बीच की लैंगिग असमानता में महिलाओं की संख्या बढ़ी है.
आधी आबादी के लिए काम कर रही सरकार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज आधी आबादी को मजबूती देने के क्रम में सरकार की ओर से तटस्थता से काम हो रहा है. उसी परिणास्वरूप प्रदेश में भी स्वास्थ्य सेवा में मानवबल के तौर पर योगदान में इनकी संख्या 50 से 55 प्रतिशत है. यह आधी आबादी कभी घर के अंदर रहती थीं. मगर आज महिलाएं घरों से बाहर आकर बिना हिचक कार्य कर रही हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि आधी आबादी की प्रगति होगी तभी राज्य व देश का विकास होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हमेशा महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक स्तर पर सशक्त करने के लिए कई कार्यक्रमों से जोड़ा है. आज राज्य में सशक्तिकरण संपूर्ण समाज की मजबूती के लिए किया जा रहा है.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट
