RANCHI: राजधानी रांची में सुप्रियो मजुमदार नाम के एक बैंक अधिकारी ने आत्महत्या कर ली है. यह मामला चुटिया थाना इलाके के अनंतपुर स्ट्रीट 4 का है जहां अधिकारी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. खुदकुशी के पहले अधिकारी द्वारा लिखी गई एक सुसाइड नोट भी बरामद हुई है जिसमें उसने बैंक के कई अधिकारियों और रामगढ़ पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है उसने उन लोगों के द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने और उससे तंग आकर आत्महत्या के लिए मजबूर की बात कही है.
लोन देने पर बैंक अधिकारियों ने की थी धोखाधड़ी’
बता दें, मृतक बैंक अधिकारी सुप्रियो मजुमदार बैंक ऑफ इंडिया में बैंक पीओ पर कार्यरत थे. उन्होंने 20 अगस्त (रविवार) को राजधानी के चुटिया थाना अंतर्गत अनंतपुर स्ट्रीट 4 स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. उन्होंने आत्महत्या से पहले पांच पन्ने का सुसाइड नोट लिखा है जिसमें उन्होंने बताया है कि रामगढ़ में पांच साल पहले टैंकर लोन देने पर बैंक के कुछ अधिकारियों ने धोखाधड़ी की थी. अपने सुसाइड नोट में आगे उन्होंने लिखा है कि इस धोखाधड़ी लोन मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की जिसमें उनसे मामले में पूछताछ की गई. लेकिन सारे साक्ष्य देखने के बाद सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दिया था जिसके बाद वे गवाह बन गए थे. लेकिन इसके बाद बैंक के बाकी अधिकारी जो उस वक्त बैंक में ब्रांच मैनेजर और क्रेडिट हेड थे. उनके खिलाफ जांच जारी रही.
इसी दौरान एक ग्राहक ने रामगढ़ पुलिस के पास लोन ना देने का केस दर्ज करवाया.
रामगढ़ पुलिस की जांच से परेशान होकर आत्महत्या’
सुप्रियो ने सुसाइट नोट में लिखा है कि फ्रॉड लोन मामले में सीबीआई जांच चलते रहने के दौरान इधर रामगढ़ पुलिस उन्हें लोन नहीं देने मामले में जांच के नाम पर तंग करने लगी. कई महीनों तक पुलिस के हरासमेंट के बाद उसने पुलिस द्वारा बेवजह की परेशानी और प्रताड़ना से तंग आकर जान देना ज्यादा मुनासिब समझा. और उसने 20 अगस्त को फांसी के फंदे से लटकर आत्महत्या कर ली.
जांच में जुटी पुलिस
बताया जा रहा है कि सुप्रियो की कुछ साल पहले ही शादी हुई थी. पत्नी के अलावा बैंक ऑफ इंडिया से ही रिटायर्ड पिता और बहन हैं. इधर इस घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले में छानबीन कर रही है.
रांची से तन्य खंडेलवाल की रिपोर्ट