रांची : भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ओरमांझी में युवती की नग्न सिर कटी लाश मिलने की घटना के 48 घंटे से ज्यादा होने के बाद भी पुलिस अबतक सिर नहीं ढूंढ पाई है. वहीं अपनी नाकामी छुपाने के लिए झारखंड पुलिस के मुखिया एमबी राव अनर्गल बयानबाजी कर रहे है. वहीं काम मुख्यमंत्री के काफिले को रोके जाने की घटना भी झारखंड पुलिस के निकम्मेपन का ही सबूत है.
झारखंड पुलिस के मुखिया अपने अधिकारियों के निक्कम्मेपन को छुपाने के लिए लोगों के स्वतः स्फूर्त आंदोलन करने वाले आम लोगों और बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके परिवार वालो को परेशान कर रही है. बाबूलाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में ‘लॉ एंड आर्डर’ पूरी तरह विफल चुका है. इस कोरोना काल में पूरे प्रदेश में 1765 महिलाओं के साथ पिछले एक साल दुष्कर्म की घटना हुई है.
प्रदेश में प्रतिदिन पांच महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है. दुष्कर्म पीड़िता से थाने मे सुबूत मांगा जाता है. राज्य में हालात ख़राब है. ओरमांझी में जिस लड़की का सिर काट काटकर हत्या कि गई अभी तक उसका पता लगाने मे पुलिस विफल रही है. निर्भया कांड से भी यह घिनौना कांड है. मुख्यमंत्री के काफिले को रोकने वाले लोगों को DGP के द्वारा गुंडा बोले जाने के बयान की भी बाबूलाल ने निंदा की. सीएम के काफिले को रोके जाने के मामले मे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस को बचाने के लिए निर्दोष लोगों को पकड़ा गया है. बुधवार को पार्टी इसको लेकर पूरे प्रदेश में जिलास्तर पर जोरदार आंदोलन करेगी.
वहीं रांची की मेयर आशा लकड़ा ने पिछले एक साल में झारखंड में हुई बालात्कार की घटना के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में एक साल सबसे ज्यादा बलात्कार की पीड़िता आदिवासी महिलाएं रही हैं. इसके बाद अनुसूचित जाति की महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया है.
गौरी रानी की रिपोर्ट