रांची : झारखंड में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय का दो दिवसीय दौरा कार्यकर्ताओं में कितना उत्साह भरता है यह तो देखने की बात होगी. लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि बयान बहादुर नेताओं के कारण सरकार के अंदर समन्वय प्रभावित होगा. रांची में बुधवार को कांग्रेस के राज्य स्तरीय समन्वय समिति के सभी सदस्य जुटें. पार्टी के तमाम विधायकों के साथ-साथ सभी जिलों के अध्यक्ष से लेकर सदस्यता अभियान के प्रभारी तक को बुलाया गया है. इस दौरान बैठक में राज्य सरकार के साथ समन्वय के स्तर पर भी बात हो रही है और जाहिर तौर पर बयान बहादुर नेता मुंह खोले बिना नहीं रह सकेंगे.
वहीं मुख्यमंत्री को निर्वाचन आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस पर प्रभारी ने कहा की नोटिस कानूनी प्रकिर्या है, पूछताछ है ,कानून अपना काम कर रही है. मुझे विश्वास है जो भी निर्णय हो स्वीकार होगा. इससे गठबंधन या सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है यह भ्रामक प्रचार किया जा रहा है. देश में जहां जहां गैर भाजपाई सरकार है, वहां मुहिम चली हुई है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर आए सरकार तो कैसे अस्थिर किया जाए. यदि वह गरीब आदिवासियों के लिए काम कर रही है, तो उसे कैसे रोका जा सके आज पूरे देश में जिस तरह से अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, महंगाई बढ़ रही है, केंद्र सरकार इसमें विफल रही है.
कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के नए नए मुद्दे रोज लाए जा रहे हैं मुझे पूर्ण विश्वास है न्यायपालिका पर मुझे विश्वास है कांग्रेस पार्टी पर अपने सभी गठबंधन पर विश्वास है बीजेपी का जो तंत्र चल रहा है वह कभी कामयाब नहीं होगी गठबंधन की सरकार झारखंड में मजबूती से पांच वर्ष पूरा करेगी और राज्य की जनता का आकांक्षाओं पर खरा उतरेगी वही कांग्रेस के विधायकों पर कहा कांग्रेस के विधायक पूर्ण रूप से एकजुट है मजबूती के साथ खड़े हैं आप सब ने देखा होगा जिस तरीके से जब जब भी प्रोग्राम चलाए गए हैं उसमें कांग्रेस विधायक पूरी निष्ठा के साथ पूरी प्रमाणिकता के साथ गठबंधन के साथ और कांग्रेस के हर कार्यक्रम के साथ खड़े नजर आए हैं.
गौरी रानी की रिपोर्ट