रांची : झारखंड विधानसभा मानसून सत्र का पहला दिन सदन में सभी दलों के विधायक ने शोक प्रस्ताव पढ़ा. लेकिन सदन में भाजपा के विधायक द्वारा हंगामा किया गया. उनका मांग था कि भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को को शोक प्रस्ताव क्यों नहीं पढ़ने दिया गया. सदन के बाहर कुछ और और सदन के अंदर कुछ और संज्ञान दिया जाता है. सदन के बाहर कांग्रेसी हो जाते हैं. प्रदीप यादव और सदन के अंदर जेबीएम के सदस्य जाते हैं.
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष के नेता इतना देर आखिर क्यों कर रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष अपने पद की गरिमा को क्यों नहीं रखने की कोशिश करते हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सदन में भाजपा के विधायकों द्वारा सदन की मर्यादा को तार-तार करने का काम किया है. उन्हें माफी मांगी चाहिए.
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र का पहला दिन विधायकों का धरना प्रदर्शन विधानसभा परिसर में रहा. पूर्व झारखंड सरकार के मंत्री दिनेश लाल सारंगी अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर धरने पर बैठे. वहीं विनोद सिंह रोजगार मुद्दे को लेकर धरने पर बैठे. वहीं भाजपा विधायक विरंचि नारायण ने कहा कि इस विधानसभा सत्र हंगामेदार होगी.
सरकार को रोजगार का मुद्दा, नियोजन का मुद्दा और किसान का मुद्दा हो सभी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने का काम करेंगे. मौजूदा सरकार राज चलाने में पूरी तरह से विफल रहा है. वहीं भाजपा विधायक अमित मंडल ने कहा कि युवाओं का मुद्दा इस बार विधानसभा सत्र में गूंजेगा. नियोजन नीति को लेकर विधानसभा सत्र में सवाल उठेगा. नियोजन नीति के कारण कई युवा बेरोजगार हो चुके हैं.
गौरी रानी की रिपोर्ट