पटना: बिहार में बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों का थंब इंप्रेशन जांच सुरु होते ही फर्जी शिक्षक सामने ने आने लगे है। मामला दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने एमएल एकेडमी स्कूल थंब इंप्रेशन जांच केंद्र से पहले चरण में बीपीएससी से नियुक्त फर्जी शिक्षक देवेंद्र कुमार महतो एवं देवेंद्र के बदले में परीक्षा देने वाले नवीन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उक्त गिरफ्तार शिक्षक के पास से 3 लाख 39 हजार रुपए वरामद की गई है। मामले में थानाध्यक्ष कुमार कीर्ति ने बताया कि मामले में बहेड़ी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है। प्राथमिकी में कहा गया है कि बहेड़ी के खरारी मध्य विद्यालय के लिए चयनित शिक्षक देवेन्द्र कुमार महतो की लिखित परीक्षा उनके बदले नवीन कुमार ने दी थी। जिससे उनका चयन बीपीएससी प्रथम चरण में ली गई परीक्षा में हुआ था। चयनित शिक्षक का बायोमीट्रिक सत्यापन एमएल एकेडमी स्कूल में होना था। जहां देवेंद्र बायोमीट्रिक मिलान में अपनी जगह नवीन का थंब इंप्रशन को मैनेज करने के लिए आया था। उसी दौरान फर्जी शिक्षक देवेंद्र कुमार महतो के बैग से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने 3 लाख 39 हजार रुपए वरामद किए।
बायोमीट्रिक मिलान से फर्जी शिक्षक व उसके बदले में परीक्षा देने वाला धराए
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी में कहा गया है कि बहेड़ी के खरारी मध्य विद्यालय के लिए चयनित बीपीएससी शिक्षक देवेंद्र आधार संख्या-621103530364, बीपीएससी क्रमांक- 221192, टीचर आईडी-BPDAR2317107691 का न तो बायोमीट्रिक मिलान हुआ और न ही फोटो का मिलान हुआ। पूछताछ के कम में अभ्यर्थी ने स्वीकार किया कि उनके साथ आए नवीन कुमार ने उसकी जगह पर परीक्षा दी थी। नवीन कुमार ने भी लिखित रूप से स्वीकार किया है, कि वह देवेन्द्र कुमार की जगह पर परीक्षा में बैठे थे। बायोमीट्रिक सत्यापन के दौरान यह पाया गया कि नवीन कुमार हो न परीक्षा में बैठे थे, उनका फोटो का भी तो बायोमीट्रिक मिलान हुआ और न ही मिलान हो गया है। लेकिन जिस तरह से यह मामला सामने आया है, इसको लेकर लोगो के जहन में कई तरह के सवाल उठने लगे है।
बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों के नहीं मिल रहे थंब इंप्रेशन
इधर मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड में बीपीएससी से नियुक्त कई शिक्षकों के थंब इंप्रेशन नहीं मिल रहे हैं। बुधवार को भी जांच में 67 शिक्षकों के थंब इंप्रेशन नहीं मिले। जिसको लेकर संबंधित शिक्षक जांच के घेरे में आ गए हैं। सभी शिक्षकों के थंब और फोटो लिए जा रहे हैं। वैसे शिक्षकों को आगे भी जांच के क्रम में अपनी बात रखने और सही साबित होने का मौका दिया जाएगा। लेकिन, बार-बार जांच के बाद भी यदि सही नहीं पाए गए तो उनपर कार्रवाई होगी। 4 जनवरी से विभिन्न प्रखंडों में नवनियुक्त शिक्षकों के थंब इंप्रेशन की जांच शिक्षा भवन में हो रही है। हर दिन कई के थंब इंप्रेशन नहीं मिल रहे हैं। मिलान नहीं होने पर संबंधित शिक्षकों की रिपोर्ट विभाग को भेजी जा रही है। विभाग का कहना है कि कई बार तकनीकी कारणों से गलत रिपोर्ट आ सकती है। जिन 67 शिक्षकों का अंगूठा निशान का मिलान नहीं हो पाया है, वे सभी शिक्षक कटरा प्रखंड के हैं।