दिव्यंसू की रिपोर्ट
नेपाल के रास्ते बिहार में ‘कोरोना बम’ यानी ‘कोरोना संक्रमितों’ की घुसपैठ की आशंका को ले कर जारी सूचना के बाद हड़कंम्प मच गया है। सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसबी व नेपाल आर्म्ड फोर्स द्वारा जॉइंट पेट्रोलिंग शुरू की गई है। वहीं,बिहार के गृह सचिव अमीर सुबहानी व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा है कि गृह मंत्रालय को सूचना दे दी गई है। बॉर्डर सील है।सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।उन्होंने कहा कि घुसपैठ नही हुई। घुसपैठ की आशंका है।इधर,पूर्वी चंपारण के डीएम कपिल शीर्षत अशोक ने अलर्ट जारी दिया है

डीएम ने जारी किया अलर्ट, सुरक्षा कड़ी.
बताया गया है कि बिहार के पश्चिम चम्पारण के जिला अधिकारी ने विभागीय पत्र में सतर्क किया है कि एक नेपाली भारत में कोरोना भाइरस का संक्रमण फैलाने की योजना बना रहा है ।

पुलीस अधीक्षक नताशा गुड़िया समेत अनुमंडल पदाधिकारी और प्रखण्ड विकास अधिकारी काे भेजे गए पत्र में पर्सा जिला के जालिम मुखिया नाम के एक नेपाली द्वारा भारत में कोरोना भाइरस फैलाने की योजना बनाने का उल्लेख किया गया है । पत्र में जालिम मुखिया को नेपाल और भारत में जाली नोट व अवैध हथियार तस्करी में सहभागी हाेने का भी उल्लेख है ।
पिछले 3 अप्रैल को जारी एसएसबी के पत्र के आलोक में 7 अप्रैल को पश्चिमी चंपारण के डीएम कुंदन कुमार ने यह अलर्ट जारी किया।इसके बाद जब यह गोपनीय पत्र 10 अप्रैल को मीडिया में लीक हुई,तो हंगामा मचा।
पत्र में आशंका व्यक्त की गई है कि करीब 40 -50 संक्रमित व्यक्ति के घुसपैठ की योजना बनाई गई है।इसको ले कर साज़िश के तहत काठमांडू में कुछ पाकिस्तानी भी पहुच चुके हैं ।जिनके भी घुसपैठ की आशंका है।

बताया गया है कि जिस शख्स के बारे में चर्चा की गई है वो बिहार के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण सीमा से लगे पर्सा जिला का जगरनाथपुर गाँवपालिका के चेयर मैन है। नाम जालिम मियाँ है ।घर पर्सा जिला के जगरनाथपुर ,पोस्ट-जानकी टोला, थाना-सेढ़वा बताया गया है।जालिम मियां के नेपाल के प्रदेश नम्बर दो के नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी माओवादी कमिटी सदस्य व सीमावर्ती पर्सा जिला एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के कारण क्षेत्र में इस सूचना के बाद व्यापक चर्चा परिचर्चा शुरू हो गई है।अटकलें तेज हो गई हैं।
इस सूचना के बाद जहाँ बॉर्डर पर 47 वीं बटालियन के कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा ने जवानों को सतर्क करते हुए पेट्रोलिंग तेज कर दी है।और खुद मामले की मॉनिटरिंग में जुट गए हैं।
वहीं,नेपाल पुलिस व आर्म्ड पुलिस फोर्स भी सक्रिय रही।विभिन्न मस्जिदों व सन्दिग्ध ठिकानों पर छापेमारी जारी रही।
वहीं,बॉर्डर समेत देश भर के लोग इस सूचना के बाद सहम गए हैं।लोग इसकी सच्चाई को जानने के लिए उत्सुक रहे।मिडिया में खबर के बाद खतरे को ले कर लोग खौफ में दिखे।क्योंकि,नई दिल्ली मरकज में शामिल तब्लीगी जमात के लोगों में संक्रमण की चर्चा से लोग पहले ही सहमे हुए हैं।इसको ले कर पिछले दिनों सौ से ज्यादा जमतियों को नेपाल पुलिस ने नियंत्रण में ले कर क्वरेंटाइन किया है।जिसमे कुछ पाकिस्तानी भी शामिल हैं।
इधर आरोप लगने के बाद जालिम मियाँ ने सफाई दी है।अपने उपर लगे आरोप निराधार और झुठा बताया है । और नेपाल सरकार तथा गृह मंत्रालय को अवगत कराया है।वहीं,अपने चरित्र हत्या के लिए चल रहे समाचार के प्रति पर्सा जिला के प्रमुख जिला अधिकारी विष्णु कार्की काे उन्होंने सूचना दी है।साथ ही उन्हाेंने बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास में भी जानकारी कराई है कि इस तरह से चरित्र हत्या पर रोक लगाई जाए।
जालिम ने पूछा-चीन और अमेरिका में मैंने फैलाया कोरोना?
वैसे ,जालिम मियां का विवादों से नाता नया नही है।बता दे कि पिछले दिनों 2 अप्रैल को बिहार सीमा से नेपाल में चोरी छिपे घुसे जमतियों को ले कर जगरनाथपुर मस्जिद पर पर्सा पुलिस ने छापेमारी की।तब जालिम मियां विरोध पर उतर आया।
यही नही घण्टो उन्हें रोका।लेकिन,पुलिस भी अड़ गए।बाद में जालिम मिया के वाहन से सभी 15 जमातियों को बीरगंज लाया गया।और उन्हें क्वरेंटाइन किया जा सका।इससे काफी तनाव रहा।
इससे पहले जालिम का नाम बीरगंज के हिंदूवादी नेता काशी तिवारी हत्याकांड में भी उछला था।लेकिन,रसूख के बूते मामला हवा हवाई हो गया।गाँजा खेती संरक्षण के मामले में भी नाम चर्चे में रहा।जालिम की राजनीतिक हैसियत तब दिखी थी,जब,नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष प्रचंड को बुला कर उसने कुछ वर्ष पहले गावँ में सभा कराई।गाँजा के खेत मे कार्यक्रम स्थल बना।और इसमे भारतीय भगोड़े अपराधियों के जमावडे की काफी चर्चा थी।
इधर,इस मामले पर चर्चित रहे राजू सिंह राठौर ने चेतावनी दी है। कहा है-चम्पारण पर नजर नही डालो,नही तो तेरे लिए तेरा घर ही नही नेपाल भी छोटा पड़ जायेगा