PATNA: भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का विजन 2047 एक मिशन लेकर भोले भाले युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करना, देश विरोधी गतिविधियों को
संचालित करने हेतु प्रशिक्षण देना एवं धार्मिक उन्माद फैलाने जैसे कार्यों में लिप्त 2 लोगों को फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार कर लिया गया। फुलवारी शरीफ एडिशनल एसपी मनीष
कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्ण सदस्य रहा उत्तर प्रदेश को फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ला से
गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार उत्तर प्रदेश नया टोला में झारखंड से रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन के घर में कार्यालय खोलकर देश विरोधी गतिविधियां संचालित करने के
लिए युवाओं की फौज तैयार कर रहा था। इतना ही नहीं यह लोग भोले भाले युवाओं को भटका कर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने हेतु विशेष प्रशिक्षण दे रहे थे। झारखंड
बंगाल के लोग आ रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री दस्तावेज पंपलेट विजन 2047 का बुकलेट आदि बरामद हुआ है।
भारत को एक बार फिर से अस्थिर करने का अभियान चलाने वाले दो लोगों को फुलवारी शरीफ में गिरफ्तार कर लिया गया । इन लोगों का उद्देश्य था कि ऐसे लोगों की फौज तैयार करना है जो देश के दुश्मन है उन्हें मदद करना है। देश में कट्टरपंथ और धार्मिक उन्माद फैलाकार जातीय विद्वेष पैदा करना और दो समुदाय विशेष में कटुता पैदा कर देश को 2047 तक इस्लामिक
राष्ट्र बनने की राह पर ले जाने की अभियान को फुलवारी शरीफ पुलिस ने देश की इंटेलिजेंस एजेंसियों के इनपुट मिलने पर पर्दाफाश कर दिया।
एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि प्राप्त सूचना एवं गुप्त सूचना के आधार पर 11 जुलाई 2022 को नया टोला नहर पर स्थित अहमद पैलेस में छापेमारी की गई। मो जलालुद्दीन ( सेवानिवृत पुकिसकर्मी झारखण्ड पुलिस ) एवं अतहर परवेज ( सा ० – गुलिस्तान मोहल्ला , फुलवारीशरीफ ) जो सिमी के पूर्व सदस्य रहे है। सिमी के सभी अभियुक्तों का बेल कराते रहे है एवं वर्तमान में पोपुलर फन्ट ऑफ इंडिया( पीएफआई) एवं एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य हैं।
उपरोक्त संगठन की आड़ में ये दोनो व्यक्ति देश विरोधी बैठक एवं राज्य / देश विरोधी रणनीति पर बैठक करते रहे है। इसमें स्थानीय, जिला स्तर, राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के
पीएफआई / एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य, भाग लेते रहे हैं। इन बैठकों में सांप्रदायिकता/ देश विरोधी जहर उपस्थित लोगों के दिमाग में भरने का काम किया जा रहा था। साथ ही
दिनांक 06.07.22 एवं 07.07.22 को जलालुद्दीन के मकान में स्थित पीएफआई कार्यालय में मार्शल आर्ट/शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र / शस्त्र की ट्रेनिंग देने एवं
धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि कारित करने की बात सामने आयी है। उपरोक्त तिथि को हुए अत्यन्त गोपनीय ढंग से प्रशिक्षण कार्यक्रम में काफी लोग प्रशिक्षित
किये गए है और प्रशिक्षण में शामिल लोगो को निर्देश दिया गया है कि वे अपने – अपने क्षेत्र में जाकर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित व उत्प्रेरित व उन्मादित करें।
इसमें बाहर के कई राज्यों के अति चरमपंथी व सांप्रदायिक लोग भी रहते है। एडिशनल एसपी ने बताया कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर छापामारी की गयी जिसमें पीएफआई का झंडा, पीएफआई पम्पलेट, बुकलेट एवं गुप्त दस्तावेज जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने हेतु मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज ( मिशन -2047 ) बरामद किया गया है जो दोनों समुदायों में विद्वेष फैलाने व राष्ट्र के विरूद्ध दूसरे देशो का आह्वान करना है ।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट