द एचडी न्यूज डेस्क : राजधानी पटना में आज कृषि कानून के खिलाफ बिहार राज्य किसान सभा ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. बिहार राज्य किसान सभा (अखिल भारतीय किसान सभा अजय भवन से संबंध) के अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव, पूर्व विधायक राज्य सचिव रविंद्र नाथ राय एवं वरिष्ठ किसान नेता रामचंद्र महतो ने आज यहां जनशक्ति भवन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा गया कि देश में ढाई महीनों से अधिक दिनों से जारी किसान आंदोलन को और धारदार बनाने के लिए निम्नलिखित अभियानों संघर्ष कार्यक्रम की घोषणा की.
किसान नेताओं ने बिहार के आम किसानों से अपील है कि वे देशभर में संघर्षरत साथी किसानों के समर्थन में एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए आगे आएं. केंद्र और राज्य सरकारों तक जोरदार संदेश पहुंचाते हुए खेत, खेती और किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट हो.
24 मार्च 2021 को राज्य के लाखों किसान विधानसभा मार्च में ही चलेंगे और किसान आंदोलन की निम्नलिखित मांगों की पूर्ति के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे. तीनों काले कृषि कानून वापस लो. पहला कृषि उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी करो.
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करो. किसानों के सभी प्रकार के ऋण माफ करो. उक्त किसान मार्च की तैयारियों के सिलसिले में बिहार आज किसान सभा की ओर से आगामी 11 मार्च 2021 को स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती के पावन अवसर पर सभी प्रमंडलीय मुख्यालयों से किसान जागरण यात्रा निकाली जाएगी. सुदूर गांवों तक पहुंचकर किसानों की सभा एवं महापंचायत के सभी जिलों में आयोजित की जाएगी. यह यात्रा 11 से 17 मार्च 2021 तक चलेगी. तीन से 10 मार्च के बीच सभी प्रमंडलीय जोन में किसान कार्यकर्ताओं की जीबी बैठके होगी जिन्हें राज्य के किसान सभा नेतागण संबोधित करेंगे और विधानसभा मार्च की विस्तृत योजना बनाएंगे.
देवाशीष कुमार की रिपोर्ट