RANCHI : खबर झारखंड से है जहां एक बार फिर से बेरोजगार छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है. इसके साथ ही छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिये आंदोलन करने की बात कही है. इतना ही नहीं छात्रों ने सड़क पर उतरकर विरोध करने को लेकर सरकार को चेतावनी दे डाली है. दरअसल, मामला JPSC व JSSC से जुड़ा हुआ है. वहीं, बढ़ रही बेरोजगारी को लेकर छात्र नेता गुलाम हुसैन का कहना है कि, झारखंड में सरकार ने साल 2021 में नियुक्ति वर्ष की घोषणा की थी. लेकिन, इसमें सरकार असफल रही है. इसके बाद साल 2022 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया और इस वर्ष भी सरकार के वादे असफल रहे.
गुलाम ने कहा कि, इस आंदोलन में कई शिक्षण संस्थानों ने भी छात्रों को भरोसा दिया है कि वह उनका साथ देंगे। दो वर्ष पहले 2018 से ही JPSC व JSSC द्वारा कोई नियुक्ति नहीं हो पाई है. अगर एक दो परीक्षा हुई भी तो किसी कारणवश रद्द हो गई या लटकी हुई है. इस कारण लगभग 5 लाख रिक्त पद पड़े हुए हैं. कर्मचारियों के अभाव में सरकारी कार्य ठप पड़ा है. पांच वर्षों से परीक्षा नहीं होने की वजह से झारखंड के युवाओं की उम्र और नौकरी की उम्मीद खत्म हो गई है. युवा इस कैंपेन के जरिये सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें उम्र में छूट दी जाए.
बता दें कि, छात्रों के द्वारा उम्र में छूट की मांग को लेकर पांच नवंबर को आंदोलन किया जायेगा. छात्रों ने यह भी कहा है कि, यह आंदोलन काफी लंबा चलेगा। अगर सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करेगी तो हम सड़क पर उतरेंगे. अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले को लेकर सरकार की तरफ से क्या कुछ प्रतिक्रिया आती है.
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट