CHHAPRA /SARAN – बिहार में शराबबंदी के 7 साल हो गए है लेकिन लोगो का शराब पीना बंद नहीं हुआ। बदले में तस्करों की संख्या जरूर बढ गई है और जहरीले शराब बनाने वालो की भी। आपको बता दे की छपरा के मकेर में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की जान चली गई। 37 से अधिक लोग बीमार है। गुरुवार को मकेर और भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा और भाथा नोनिया टोला में जहरीली शराब पीने से पहले दो लोगों की जान गई । उसके बाद दो और लोगों की मौत पटना में हो गई।
मरने वालों में मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोला निवासी कांशी महतो का 55 साल के पुत्र कमल महतो की मौत हुई है । दूसरा मृतक भेल्दी थाना क्षेत्र के सोनहो भाथा निवासी पारस महतो का 35 साल का पुत्र चंदन महतो की पहले जान गई। फिर पटना रेफर करने के बाद सकलदीप महतो के पुत्र ओम नाथ महतो, चंदेश्वर महतो, राज नाथ महतो, धनी लाल महतो, सकलदीप महतो की मौत ही गई है।
बताया जा रहा है कि शराब पीने से 25 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ी जिसमें से 20 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है और 9 लोगो की मौत हो गई है। वह चीख चीख कर बोल रहे थे कि हमें नहीं पता था कि जहरीली शराब पी रहे हैं हर रोज पीते थे मगर बीमार नहीं पड़े थे। पीने के घर जाने के बाद उल्टी होने लगी और आँख से कम दिखने लगा। वही सारण के डीएम और एसएसपी ने कहा प्रथम दृष्टया में यह स्पष्ट हो रहा है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है।
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट