द एचडी न्यूज डेस्क : कोरोना संक्रमण काल में इंसान तो क्या भगवान भी बंदिशों के दायरे में आ गए हैं. इस बीमारी ने पूरे दुनिया को परेशान तो कर रखा ही है. साथ भगवान की पूजा अर्चना करने में भी बाधा डाल दी है. जबसे क्रोना संक्रमण काल शुरू हुआ है तब से मंदिरों में पूजा अर्चना मैं काफी पाबंदियां लगा दी गई है. देवों के देव महादेव के पावन महीने सावन में भी अब भक्त अपने महादेव की पूजा मंदिरों में जाकर नहीं कर सकते हैं. क्योंकि मंदिरों को बंद करने का आदेश जिला प्रशासन ने जारी कर दिया.
पटना जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा को देखते हुए सावन महीने में मंदिरों में लोगों की भीड़ जिस तरह से पहुंचती है. उसे रोकने के लिए एक महीने तक पटना जिला के तमाम शिवालयों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है.
मंदिरों को बंद करने के लिए आदेश जारी करने के बाद मंदिर प्रशासन भी यह मान रहे हैं कि खतरा काफी गंभीर है और इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंस काफी जरूरी है. सावन में शिवालयों में हजारों नहीं लाखों की भीड़ पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते है. जिस दौरान अगर कोरोना संक्रमित व्यक्ति मंदिर में पूजा करने के लिए आता है तो काफी लोग इससे संक्रमि हो जाएंगे. वह भक्तों के मन में मंदिर में पूजा ना करने का मलाल जरूर है. मगर उनका भी मानना है कि जो आदेश निकाला गया है उसे मानना जरूरी है. क्योंकि पूर्णा से बचना बेहद जरूरी है.
जिला प्रशासन पटना के इस आदेश के बाद मंदिरों को बंद बंद कर दिए गए हैं. ताकि भीड़ मंदिर में ना पहुंचे मगर सावन पूजा में मंदिरों में जो भीड़ पहुंचती है. उससे कई लोगों के व्यवसाय जुड़े हुए हैं. मंदिरों के आसपास फूल विक्रेताओं का कहना है कि इस बार मंदिर जिस तरह से बंद रहे हैं. उनका व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो चुका है और सावन में भी जो आदेश मंदिर बंद करने के निकाले गए हैं. उससे जो उनका कमाई फूल फल बेचने से होती थी वह भी खत्म हो गई.
मंदिरों को बंद करने का आदेश कोरोना महामारी से बचाव को लेकर दिया गया है. इस बीमारी ने पूरे देश दुनिया को परेशान कर दिया है. अभी तक इस बीमारी का इलाज नहीं खोजा जा सका है. सोशल डिस्टेंस और सावधानी से इस बीमारी से लोगों को बचाया जा रहा है. सरकार इस चीज को समझते हुए मंदिरों को बंद करने का आदेश जारी कर चुकी है. इस तरह के कई आदेश सरकार ने जारी किए हैं जो जनता के भावना को आहत कर रही है. मगर सरकार की यह भावना है कि जनता सुरक्षित रहे और इस बीमारी से वह सुरक्षित रहे. इसलिए इस तरह के कठोर आदेश को जारी करने के लिए वह मजबूर है.
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट