रांची : 26 फरवरी से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा के बजट सत्र से पहले स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई. इसमें सभी पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक के बाद स्पीकर ने कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष के लिए दूसरा कोई नाम आता है तो उस पर विचार हो सकता है. उन्होंने कहा कि संविधान के मुताबिक इस पर निर्णय स्पीकर ही करते हैं.
हाईकोर्ट में मामला चल रहा है. उन्होंने कहा कि हमने नोटिस भी दिया था, लेकिन संबंधित पक्ष हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गए. मेरे न्यायाधिकरण में भी मामला चल रहा है. वैसे ही इस पर काफी देर हो चुकी है. मेरी इच्छा है कि जल्द इस पर निर्णय हो. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष की भी यही मंशा है कि सदन सुचारू रूप से चले. नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर सदन के बाधित होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बातें आएंगी उसका जवाब दिया जाएगा. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि बीजेपी में एक नहीं कई नेता हैं. बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष को लेकर चिंतन करना चाहिए और दूसरे नेता का नाम सामने लाना चाहिए.

नियुक्ति के द्वार खोलने की पहल करे सरकार – विनोद
भाकपा माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि सरकार बनने के पहले और बाद से परीक्षाओं के विज्ञापन, परीक्षा और नियुक्ति को लेकर सवाल उठते रहे हैं. छात्रों का भविष्य अधर में लटकता रहा है. उन्होंने कहा कि बजट सत्र में सरकार राज्य के युवाओं के नियुक्ति के द्वार खोलने की दिशा में अच्छी पहल करे.विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि बजट सत्र राज्य सरकार और जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उम्मीद है इस बार का बजट सत्र अच्छा होगा. सरकार और विपक्ष गंभीर होगी.
गौरी रानी की रिपोर्ट