बेगूसराय : ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) बेगूसराय जिला परिषद के बैनर तले डीजल एवं पेट्रोल की लगातार बढ़ रही कीमत के खिलाफ पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया गया. जहां एक ओर विश्वव्यापी कच्चे तेल की कीमत घट रही है. दूसरी और पूरे देश में कोरोना महामारी की वजह से लोगों की क्रय क्षमता, व्यापार, उद्योग और यातायात कमजोर पड़ रहे हैं.
डीजल की बढ़ती कीमत से यह सभी कारोबार प्रभावित होगा. कृषि उत्पादन महंगे होंगे. जिसका खरीद मार्केट में करने वाले अभी अर्थाभाव के कारण बाजार में नहीं है. किसान की पैदावार दिख नहीं रहे हैं. उन्हें उत्पादन के समर्थन मूल्य की प्राप्ति भी नहीं हो रहे हैं. वैसे किसान की खेती और भी चौपट हो जाएगी. डीजल-पेट्रोल की वृद्धि से ग्रामीण और शहरी जनता पैमाल हो जाएंगे और रोजगार समाप्त हो जाएंगे.
उपर्युक्त बातों की जानकारी देते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन पर जिला अध्यक्ष सजग सिंह ने कहा कि यह सरकार जिन जिन मुद्दों को लेकर 2014 में आई थी और इनके कुछ समर्थित लोग यह दुष्प्रचार करवाए थे. जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आएगी तब पेट्रोल के दाम 40 रुपए हो जाएंगे लेकिन आज तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. अपितु डीजल के दाम इतिहास में पहली बार पेट्रोल के दाम से ज्यादा हो हो गई है. जिससे महंगाई आसमान छू रही है.
इस मौके पर उपस्थित जिला मंत्री किशोर कुमार ने कहा कि एक तरफ विश्व में करोना की महामारी है. रोजगार खत्म हो रहा है. दूसरी तरफ सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम को बढ़ाकर जनता को आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है. हमारा संगठन मांग करता है कि जल्द से जल्द पेट्रोल-डीजल के दाम को कम करवाया जाए और तेल को भी जीएसटी के अंदर लाया जाए. इससे पहले संगठन के द्वारा अपने जिला कार्यालय पटेल चौक से धर्मेंद्र प्रधान के पुतले को फूंका गया. बढ़ती मंहगाई जो ना रोके वह सरकार निकम्मी है. जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है. बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम को कम करना होगा.
AISF के लोगों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के अंदर लाना होगा. मोदी सरकार हाय-हाय, धर्मेंद्र प्रधान मुर्दाबाद इत्यादि नारों के साथ जीडी कॉलेज का भ्रमण करते हुए जीडी कॉलेज गेट पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई. पुतले को मुखाग्नि बीरपुर अंचल मंत्री ऋषभ कुमार और नगर सचिव विवेक कुमार ने संयुक्त रूप से दीया. मौके पर विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अनंत कुमार, बसंत कुमार, अंबेडकर कुमार, सत्यांशु कुमार, सुबीन कुमार, संजीत कुमार, सूरज कुमार, सुधांशु कुमार, श्याम कुमार, सचिन कुमार, अमित कुमार और अनिल कुमार इत्यादि दर्जनों साथी उपस्थित थे.
जीवेश तरुण की रिपोर्ट