पटना : पिछले कुछ दिनों से राजद पार्टी में जिस तरह की हालात बनी हुई है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेजप्रताप के बीच घमासान बचा हुआ है. अब राजद कार्यालय की खटास जो है लालू परिवार के घर के अंदर तक पहुंच गई है. जिसमें एक तरफ लालू के बड़े लाल तेज प्रताप हैं, वहीं दूसरी तरफ छोटे लाल तेजस्वी यादव. पिछले कुछ दिनों पार्टी में जिस तरह हालात बनी हुई है. अपने ही छोटे भाई तेजस्वी यादव ने बड़े भाई की हरकतों को लेकर अपनी नाराजगी जिस तरह से जाहीर की है, उसके बाद तेजप्रताप अब बिल्कुल अकेले पड़ते नजर आ रहे हैं.
दरअसल, छात्र राजद आकाश यादव को हटाने को लेकर तेजप्रताप जगदानंद सिंह के खिलाफ बगावत पर उतर आए हैं. जिसके बाद तेजप्रताप यादव अपने अर्जुन से मिलने गए थे. जिसके बाद उन्होंने तेजस्वी के बेहद करीबी संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा की संजय यादव हमदोनों भाईयों के बीच आ रहे हैं. वे तेजस्वी ने मिलने दे रहे हैं और ना ही उनसे बात करने दे रहे हैं.
जिसके बाद ही तेजस्वी दिल्ली जाते-जाते बड़े भाई तेजप्रताप की कार्यशैली पर तीखा प्रहार करते हुए साफ नसीहत भी दी है. दरअसल तेजस्वी यादव कल रात दिल्ली रवाना हो रहे थे. उसी दौरान पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने तेजप्रताप मसले पर पूछा तो उन्होंने कहा की 22 तारीख को रक्षाबंधन है. हमारी 6 बहनें हैं, जो दिल्ली एनसीआर में रहती हैं. वहीँ 23 तारीख की विधानसभा की पूरी कमेटी प्रधानमंत्री से मुलाकात करने जा रही है. लेकिन आप सबको पता है कि 4:30 बजे ऑल अपॉजिटिव कमेटी की सोनिया गांधी के साथ बैठक हुई थी. उसमें 20 राजनीतिक पार्टियां शामिल थी. वहीँ तेजप्रताप के मामले पर उन्होंने कहा की उनसे हमारी मुलाकात हुई है. लेकिन तेजप्रताप यादव बड़े भाई है. माता पिता ने संस्कार सिखाया है की बड़ों का आदर करो और थोड़ा अनुशासन में भी रहो.
जिस तरह से राजद से जो बातें निकलकर सामने आ रही है, उसके बाद अब यही लगता है कि अगर ऐसा होता है तो लालू परिवार में पहली बार ऐसा होगा जब तेज प्रताप दूरी बना लें. अगर ऐसा होता है तो तेज प्रताप के लिए आगे की राजनीतिक राहें बेहद मुश्किल भरी होगी. क्योंकि तेज प्रताप के पास पार्टी के छात्र नेताओं का समर्थन जरुर है, लेकिन पार्टी के तमाम विधायक तेजस्वी को अपना नेता मानते हैं. यहां तेज प्रताप बिल्कुल अकेले हैं क्यूंकि परिवार से लेकर घर तक ने तेजप्रताप का साथ छोड़ दिया है.