बिहार में बाढ़ के कहर में सरकार की भद पिटने के बाद मुख्यमंत्री की नींद खुल गई है. नीतीश कुमार ने सोमवार को जल संसाधन विभाग के सचिव को निर्देश देते हुए कहा है कि जिन तटबंधों पर बाढ़ के पानी का दवाब है, वहां इंजीनियार अलर्ट मोड पर रहें. तटबंधों के निकट मेटेरियल्स की पर्याप्त उपलब्धता रहे, ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में आपातकालीन मरम्मत की जा सके. उन्होंने निर्देश दिया कि दवाब वाले तटबंधों पर 24 घंटे पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये, ताकि बांधों की नियमित निगरानी हो सके.
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश देते हुए कहा है कि बाढ़ प्रभावित जिलों में पानी से घिरे इलाके से बाहर लाये जा रहे लोगों को अच्छे राहत कैंपों में बेहतर व्यवस्था के साथ रखा जाये. उन्होंने कहा कि उनके लिये पर्याप्त संख्या में कम्यूनिटी किचेन की व्यवस्था हो. साथ ही राहत केंद्रों में एसओपी के अनुसार समुचित व्यवस्था उपलब्ध हो. उन्होंने आवश्यकतानुसार कम्यूनिटी किचेन और राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाने को कहा. इन केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूर्ण पालन होने का निर्देश दिया.