PATNA: पटना में पोस्टर के जरिए अपनी बात कहना कोई नया नहीं है। लेकिन जिस तरह से रामचरित मानस विवाद के बाद बिहार की राजनीति गरम है। बयानों का सिलसिला जारी है। लगता है अभी थमने वाला नहीं । इस बीच राजद प्रदेश कार्यालय के बाहर लगे एक पोस्टर नेे रामचरित मानस विवाद के साथ आग में घी डालने का काम कर रही है।
राजद की तरफ से एक महिला कार्यकर्ता द्वारा लगाए गए पोस्टर में रामायण और महाभारत का दृश्य लगाया गया है। रामायण में प्रभु श्रीराम रावण का वध कर रहे है। उसके नीचे महाभारत में कृष्ण के द्वारा कंस के अंत करने का दृश्य लगाया गया है। उसके ठीक नीचे महागठबंधन की सेना जिसमें सीएम नीतीश कुमार, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई महागठबंधन के नेता मौजूद हैं।
वहीं महागठबंधन के दूसरी तरफ पीएम मोदी , अमित शाह , जेपी नड्डा सहित भाजपा के नेता शामिल है। शब्दों के जरिए नीतीश कुमार का सामना नरेन्द्र मोदी से बताया गया है। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि 2024 में नीतीश कुमार का सीधा मुकाबला नरेन्द्र मोदी से होने वाला है।
भाजपा प्रवक्ता की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि “ये राजशाही के युद्ध का दौर नहीं है। लोकतंत्र में वोट की चोट का दौर है। राम-रावण, कृष्ण-कंस तो ठीक है। लेकिन नीतीश-नमो की जगह नमो-नीतीश भी लिखा जा सकता है। लेकिन मरे हुए को क्या मारना! वैसे तेज(प्रताप)-तेज(स्वी) की तुकबंदी के बारे में क्या ख्याल है राजद के पोस्टर वाले बेवकूफों! ”
आपको एक बार फिर बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब पोस्टर अटैक के जरिए एक राजनीतिक पार्टियां दूसरे पर तंज कसती है। आने जाने वाले नेताओं के साथ साथ राहगीरों की भी नजर ऐसे पोस्टर पर पड़ती है। अपने मन की भड़ास पोस्टर के जरिए निकालना आम हो गया है। लेकिन वोट के रूप में यह कितना कंभर्ट हो पाता है यह तो चुनाव में देखने वाली बात होगी।
पटना से सहयोगी विशाल भारद्वाज के साथ कुमार गौतम की रिपोर्ट