पटना : बिहार विधानसभा के मानसून सत्र से पहले विधानसभा के अध्यक्ष ने दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की. 23 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जिस तरीके से विपक्ष के विधायकों के ऊपर बर्बरता व्यवहार किए गए. जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्र भी लिखा था- कार्रवाई की मांग की गई थी लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ दिखावटी किया गया.
नेता प्रतिपक्ष आज पटना पहुंचते ही विधानसभा के अध्यक्ष पर जोरदार हमला किया और कहा कि यह सिर्फ आई वास है. सिर्फ दो पुलिसकर्मी को ही निलंबित कर दिया गया है और बलि का बकरा बनाया गया. नेता प्रतिपक्ष ने यहां तक कह डाला की उजली दाढ़ी उज्जवल सफेद कुर्ता कुछ सफेद दाढ़ी एमएलसी हैं और नालंदा टाइप के जो लोग हैं इन अधिकारियों को लगाया गया था कुछ ऐसे एमएलसी हैं, क्या कोआर्डिनेशन था. नालंदा मेडिकल के अधिकारी थे वह पोटेज हमारे पास है 100 से अधिक पुलिसकर्मी बुलाए गए थे. कौन आर्डर दे रहा था पूरे घटना को सिर्फ आवास दिया गया.
जनगणना वाली पूछे गए सवाल पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों के सामने नीतीश कुमार की बोलने की हैसियत नहीं है. आप किस से कह रहे हैं कि पूर्ण विचार करें जनगणना वाले रिपोर्ट पर आप उसके उस पार्टी के हिस्सेदार हैं. अगर केंद्र सरकार नहीं करना चाहती तो बिहार सरकार अपने खर्च से रिपोर्ट तैयार कर सकती है. जनगणना वाले वहीं महंगाई को लेकर भी बड़ा सवाल नेता प्रतिपक्ष नींद नीतीश कुमार को एक बार फिर कटघरे में खेलने लगा महंगाई पर और कितने साल लगेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गौर करने में महंगाई और बेरोजगारी ने पूरी तरीके से बढ़ चुकी है. लेकिन वह कब गौर करेंगे.
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट