PATNA : डॉक्टर भगवान दूसरा रूप होता है यह कहावत तो आप ने सुना ही होगा। दरसरल दरभंगा पारस ग्लोबल हॉस्पिटल के सुयोग्य और अनुभवी डॉक्टर (डॉ. अमित कुमार ) ने एक मरीज को नई जिंदगी दी। आपको बता दें कि सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल ऐसा मरीज जिसका बुरी तरह आठ जगह से हड्डियों टूट गई थी।
वहीं इस घायल मरीज को डॉक्टर (डॉ. अमित कुमार ) ने सिर्फ आठ जगह से टूटी हड्डियों को जोड़ा ही नहीं , बल्कि टूटकर बाहर निकल गई पैर की हड्डी को भी जोड़कर बिना किसी अंग के नुकसान हुए उसे नई जिंदगी दी। बताया जा रहा है कि मधुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड के मो. इकबाल इस्लाम की सड़क दुर्घटना में हाथ-पैर की हड्डियां आठ जगह से टूट गई थी। उनके बाएं जांघ और बाएं हाथ की हड्डी कई जगहों से टूट कर हट चुकी थी।
ऐसी हालत में मरीज का इलाज काफी चुनौतीपूर्ण था। इस चुनौती को स्वीकारते हुए दरभंगा पारस ग्लोबल के ऑर्थोपेडिक विभाग के सर्जन डॉ. अमित कुमार बिना किसी अंग के नुकसान हुए उसे नई जिंदगी दी। साथ ही ऑर्थोपेडिक विभाग के सर्जन डॉ. अमित कुमार ने बताया कि ” मै सारे मिथिलाॅनचल वासियों से अनुरोध करूंगा की वो अगर बुरी तरह घायल लोगों को पारस मे ही इलाज कराएं क्योंकी यही एक मात्र हास्पिटल है जहाँ हर तरह के लाइफ सर्पोट मशीन और सुपरस्पेशियलिटी डॉक्टर की टीम है जो इस प्रकार के बुरी तरह गम्भीर मरीज का इलाज में काफी सहायक होता है।”
इस संबंध में पारस ग्लोबल हॉस्पिटल के यूनिट हेड डॉ. अरूणेश रमण ने बताया, ” इलाज काफी मुश्किल था। फिर भी हमारे दरभंगा पारस के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अमित ने मरीज का थ्री-स्टेज में इलाज किया। इस दौरान नौ यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। पहले स्टेज में मरीज के जख्म की सफाई की गई और बाहरी फिक्सेटर लगाया गया।
आपको बता दे 100 बिस्तरों वाले पारस ग्लोबल अस्पतालए दरभंगा में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधाए तृतीयक और चतुर्धातुक देखभालए उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञताए बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट