नई दिल्ली : देश के 15 राज्यों की खाली 57 राज्यसभा सीटों पर चुनाव तारीखों को ऐलान कर दिया गया है. इन सीटों पर अब 10 जून को मतदान होगा. मालूम हो कि सदस्यों का कार्यकाल सात जुलाई को खत्म होने वाली है. इससे पहले 31 मार्च को छह राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हुए थे. असम (2 सीट), हिमाचल प्रदेश (1), केरल (3), नागालैंड (01), त्रिपुरा (01), पंजाब (5) में ये चुनाव हुए थे.
हर 2 साल में एक तिहाई सीटें होती हैं खाली
संविधान के मुताबिक, राज्यसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है, जिसमे 238 सदस्यों के लिए चुनाव का प्रावधान है जबकि 12 सदस्य राष्ट्रपति नॉमिनेट करते हैं, हर दो साल में से एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल खत्म भी होता है, जिसके बाद उनकी सीटों के लिए चुनाव होता है, इसका मतलब है कि प्रत्येक दो साल पर राज्यसभा के एक तिहाई सदस्य बदलते हैं न कि यह सदन भंग होता है. यानी राज्यसभा हमेशा बनी रहती है.
https://twitter.com/ani_digital/status/1524714281065132032?s=20&t=POKMpch4Ftyve0WDIJCxaw
अलग होती है चुनाव प्रक्रिया
राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया लोकसभा और विधानसभा चुनाव से अलग है क्योंकि उसके सदस्य का कार्यकाल छह साल का होता है. लोकसभा चुनाव में आम आदमी वोट करते हैं लेकिन राज्यसभा चुनाव के लिए आम आदमी वोट नहीं कर सकता है, इसके लिए जनता द्वारा चुने गए जन प्रतिनिधि यानी विधायक ही इस चुनाव में हिस्सा लेते हैं.
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है. 24 मई को नोटिफिकेशन और 31 मई तक नामांकन होगा. एक जून को स्क्रूटनी और तीन जून तक नाम वापसी का समय रखा गया है. 10 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक वोटिंग होगी.
बिहार से कौन-कौन नेता हैं
1. आरसीपी सिंह (जदयू)
2. गोपाल नारायण सिंह (भाजपा)
3. संतीश चंद्र दुबे (भाजपा)
4. मीसा भारती (राजद)
5. शरद यादव (राजद)
