बेगूसराय : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किए गए लाॅकडाउन से बेगूसराय के 50 से अधिक मजदूर केरल में फंस गए हैं. वहां इन लोगों के समक्ष खाने-पीने की भीषण समस्या हो गई है. परेशान मजदूरों ने सोशल मीडिया वीडियो के जरिए बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन से वैकल्पिक व्यवस्था की गुहार लगाई है. सभी मजदूर नीतीश सरकार से अपनी गुहार लगाकर विनती सुनाई की हमलोग की स्थिति बद से बदतर हो गई है. नीतीश सरकार जल्दी हमलोग को यहां से ले जाने का उपाय लगाया जाए.

मजदूरों में नावकोठी पंचायत के 28 मजदूर तथा रजाकपुर पंचायत के 22 मजदूर, बलिया प्रखंड के दो, तेघड़ा प्रखंड के एक एवं चेरिया बरियारपुर प्रखंड के सात मजदूर शामिल हैं. यह सभी केरल के त्रिशूर जिला के कोट्टानेल्लुर कांपलेक्स तथा इरमंगलम में फंसे हैं. रजाकपुर के मो. तिजामुल, नावकोठी के मो. तनवीर आदि ने मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बताया है कि पिछले चार दिनों से कमरे में बंद हैं.


लोगों का कहना है कि स्थानीय पुलिस घर से निकलने नहीं दे रही है. स्थानीय प्रशासन का कोई सहयोग बिमारियों को नहीं मिल रहा है. खाने-पीने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. इन लोगों के पास ना तो रुपए हैं और ना ही आसपास कोई ठिकाना. इन्हें अन्यत्र कहीं शिफ्ट भी नहीं किया गया है. सभी लोग किराए के एक कमरा में किसी तरह से कैदी बने हुए हैं. बाहर निकलने पर प्रतिबंध है, रात में अगर भोजन की तलाश में निकलते भी हैं तो स्थानीय पुलिस के दमन का शिकार हो जाते हैं. मजदूरों का कहना है कि 24 घंटे में कोई व्यवस्था नहीं होती है तो भुखमरी का संकट और गहरा जाएगा.


जीवेश तरुण की रिपोर्ट