द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. संक्रमण के मामले में पटना जिला टॉप पर चल रहा है. इसी बीच पटना के नगर निगम में शह और मात का खेल जारी हो गया. एक साल के बाद एकबार फिर पटना की मेयर सीता साहू की कुर्सी खतरे में आ गई है. मेयर के विरोधियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सीता साहू को मेयर की कुर्सी से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.
41 वार्ड पार्षदों ने मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. जिसका नेतृत्व पूर्व उपमेयर और वार्ड पार्षद विनय कुमार पप्पू कर रहे है. विपक्षी गुट के सभी 41 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव की कॉपी नगर आयुक्त को सौंप दी है. वहीं मेयर कार्यालय को इस कॉपी एक प्रति भेज दी गई है.


अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले वार्ड पार्षदों ने महापौर पर आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी में पार्षदों और पटनावासियों के लिए कोई कार्य नहीं किया है. इस कारण पार्षदों को अब उनपर विश्वास नहीं रहा गया है. मेयर ने निगम में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को बढ़ावा दिया है. आउटसोर्सिग के माध्यम से निगम कोष की लूट करायी गई है.


अविश्वास प्रस्ताव लाने पर मेयर सीता साहू ने कहा कि सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर देने से काम नहीं होता है. मेरे पास बहुमत का फिगर मौजूद है. मैं अपना बहुमत साबित करूंगी. इस तरह से बार-बार अविश्वस प्रस्ताव लाने से विकास कार्य बाधित होता है. सबको साथ मिलकर पटना को सुंदर और स्वच्छ बनाने में सहयोग देना चाहिए. मेरे ऊपर और मेरे पुत्र पर लगाए गए आरोप निराधार है.