PATNA – अगर आप भी वाइ-फाइ एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड धारक है और उसे जेब में लेकर घूमते है तो हो जाइये सावधान! क्योंकि अब साइबर ठग POS मशीन लेकर घूम रहे हैं। शातिर कब आपके पॉकेट में POS मशीन सटा कर आपके खाते से पैसे उड़ा लेगा आपको पता भी नहीं चलेगा। बुधवार को ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ कोतवाली थाने की पुलिस ने की है। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में गया के टेनकुप्पा थाना के महियारपुर गांव निवासी 12वहीं छात्र राजीव रंजन कुमार, 21 वर्षीय छात्र उज्जवल राज, 23 वर्षीय अभिमन्यु कुमार और 26 वर्षीय राजवीर राज शामिल हैं। आरोपितों के पास से तीन पेटीएम POS मशीन, चार स्मार्ट मोबाइल, दो मोटर साइकिल और एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया है।
पुलिस खुद हुई इस गिरोह की शिकार
इस गिरोह की जानकारी पुलिस को तब हुई जब खुद बिहार पुलिस के आरके यादव नामक सिपाही के खाते से शातिरों ने 15 हजार रुपये से अधिक की निकासी कर ली थी। इस घटना के बाद जब सिपाही ने मैसेज का समय देखा तो पता चला कि उस वक्त वह मंदिर में पूजा कर रहे थे। सीसीटीवी को देखा गया तब जाकर पता चला कि दो शख्स पॉकेट में POS मशीन को सटाया और चार बार में 15 हजार रुपये से अधिक की निकासी कर ली गयी। आरोपितों की पहचान के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी और सादे लिबास में वहां पुलिसकर्मी तैनात कर दिये गये। बुधवार को फिर से गिरोह के सदस्य मंदिर पहुंचे मौका देखते ही पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
भीड़-भाड़ वाले एरिया को करते थे टारगेट
गिरोह के शातिर पटना के विभिन्न भीड़-भाड़ वाले एरिया को टारगेट करते हैं. मिली जानकारी के अनुसार महावीर मंदिर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, टिकट काउंटर आदि जगहों पर जाकर POS मशीन को एक्टिव कर देते हैं। इसके बाद उसे लोगों के पॉकेट में सटा देते हैं। जिनका वाइ-फाई कार्ड रहा वह उनका पांच हजार रुपये तक खाता से कट जाता था। ऐसा कर के एक व्यक्ति के खाते से कई बार पैसे की निकासी कर लेते हैं। मोबाइल की तरह POS मशीन पर लेदर का कवर लगाये रहते हैं, जिससे लोगों को शक न हो।
गिरोह में लड़की को भी कर रखा था शामिल
बताया जा रहा है कि इस गिरोह में एक दर्जन से अधिक शातिर शामिल है और सभी के सभी गया केे हैं। यही नहीं गिरोह के मास्टरमाइंड ने लड़की को भी शामिल कर रखा है। लड़की महिलाओं और लड़कियों को टारगेट करती थी। उनके पर्स में सटा कर खाते से पैसे की निकासी कर लेती थी। पुलिस बाकी के शातिरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। पूछ-ताछ के दौरान यह भी पता चला है कि पकड़ाये व्यक्ति बैंक में गलत गलत नाम से जाली खाता खुलवाये हुये हैं, जो उनके पेटीएम POS मशीन से लिंक होता है। निकासी के समय उसी खाता में रुपये ट्रांसफर करते हैं, ताकि वे पकड़े न जाय।
पटना से अनु प्रकाश की रिपोर्ट