द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार सरकार ने बालू के अवैध खनन मामले में अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. राज्य सरकार ने 18 अफसरों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है, जिसमें दो आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार पोरिका व राकेश दुबे समेत 16 पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. कार्रवाई की जद में खनन विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार भी आए हैं.
बिहार सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, दो आईपीएस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. इनके अलावा चार डीएसपी, एक एमवीआई, एक एसडीओ, तीन सीओ, और दो खनन पदाधिकारियों की सेवा सहकारिता विभआग को वापस करते हुए उन्हें निलंबित किए जाने की अनुशंसा की गई है.
सरकार ने भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे, औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरिका, डिहरी के तत्कालीन एसडीओ सुनील कुमार सिंह, आरा के तत्कालीन डीएसपी पंकज कुमार रावत, पटना पाली के तत्कालीन डीएसपी तनवीर अहमद, औरंगाबाद के तत्कालीन डीएसपी अनूप कुमार और डिहरी के तत्कालीन डीएसपी संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
इन अधिकारियों के अलावा सरकार ने तीन सीओ, एक एमवीआई और दो खनन पदाधिकारी को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. गौरतलब इसी महीने की 14 तारीख को नीतीश सरकार ने आरा के एसपी राकेश दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरिका को अपने-अपने जिले का कार्यभार सौंपा था.