बगहा: बिहार में जिस तरीके से सरकारी स्कूलों में शिक्षा की व्यवस्था है, मिड-डे मील की व्यवस्था भी उससे इतर नहीं है। आए दिन कभी सांप तो कभी छिपकली के खाने में मिलने से बच्चों के बीमार होने की शिकायतें आती रहती हैं। ताजा मामला पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा के नरवल बरवल पंचायत स्थित राजकीय मध्य विद्यालय की है। जहां गुरुवार को मध्याह्न भोजन खाने के बाद 125 बच्चे बीमार पड़ गए, जिन्हें बगहा के पीएचसी और अनुमंडलीय अस्पताल से आए एम्बुलेंस से अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बच्चों के पहुंचते ही पहले से उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह के नेतृत्व में तैयार मेडिकल टीम ने त्वरित इलाज करना शुरू कर दिया। वहीं इतनी संख्या में एकसाथ बच्चों के बीमार होने की सूचना के बाद जिले में हड़कंप मच गया। अभी बच्चों की हालत ठीक बताई जा रही है।
‘खाना एनजीओ जन जागरण चेतना मंच द्वारा लाया गया था‘
एचएम सुधीर मिश्र ने बताया कि खाना एनजीओ जन जागरण चेतना मंच द्वारा लाया गया था। हमारे यहां कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है, जिसमें कुल कुल 800 बच्चे हैं। अभी कक्षा एक से पांच तक के लगभग 200 बच्चों को भोजन कराया गया था, बाकी बच्चों को भोजन कराया जाना था। इस दौरान बच्चे उल्टी करने लगे और पेट दर्द से चिल्लाने लगे। इसके बाद और बच्चों को भोजन करने से रोक दिया गया। अनुमंडलीय अस्पताल और पीएचसी में फोन कर एम्बुलेंस मंगाया गया। करीब 150 बच्चों को अस्पताल में लाया गया। भोजन के संबंध में उन्होंने बताया कि आज एनजीओ द्वारा बच्चों को भोजन में दाल, चावल और आलू गोभी की सब्जी दी गई थी।
एक बेड पर दो-दो बच्चों का किया गया इलाज
घटना के बाद स्थानीय लोगों और बच्चों के अभिभावकों की भीड़ से अस्पताल भर गया। बच्चों के अभिभावकों रोने-चिल्लाने लगे, लेकिन चिकित्सकों के इलाज के बाद बच्चे ठीक हो गए। वहीं, बगहा के एसडीएम डॉक्टर अनुपमा सिंह अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचकर एक-एक बच्चों से हाल पूछीं। उपचार को उत्तम व्यवस्था कराते हुए मुस्तैद दिखीं। अभी सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।