UTRAKHAND:-
उत्तराखंड के टनल में फसे मजदूर 17 दिनों के बाद बाहर निकले है.|जैसे ही इसकी जानकारी मज़दूरों के घर वालों को मिली.खुशी से झूम उठे,आंखों से आंसू निकल गए,लेकिन यह आंसू खुशी के है.घर वाले अब इंतजार कर रहे है कि जल्दी बेटा घर आजाये.उसके बाद साथ मिलकर खुशियां मनाएंगे.बता दे कि रांची के ओरमांझी से सटे खेराबेरा गांव के तीन मजदूर टनल में फसे थे.खेरा बेरा गांव में उत्साह दिख रहा है.जिस गांव में दीवाली और छठ सुना सुना मना उस गांव में खुशियां लौट गई है.मजदूर अनिल बेदिया के पिता ने कहा कि अब कभी बेटे को बाहर कमाने के लिए नहीं जाने देंगे.17 दिन एक एक मिनट कैसे बिता है यह बता नहीं सकते है.हर पल पहाड़ जैसा बीत रहा था.लेकिन अब खुशखबरी मिल गई है.
मां ने बताया कि दीवाली और छठ तो नहीं मना पाए थे,अब बेटा निकल गया.जब वह घर आएगा तो उसके साथ माता के मंदिर जाएंगे.पूजा अर्चना करेंगे और बेटा को अपने हाथ से खाना खिलाएंगी.उनके जिगर का टुकड़ा इंतजार के बाद लौट रहा है.|