रिपोर्ट: दीपक कुमार सिंह
बांका में 13 वर्षीय छात्रा दिलखुश कुमार की अपहरण के बाद हत्या मामले में उद्भेदन गई है. इस हत्या मामले के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर ली गई है. इस मामले में उद्भेदन होने के बाद नया मोड़ सामने आया है. पहले अपहरण कर चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया था. लेकिन घटना के उद्भेदन होने के दौरान चौका देने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में 10 हजार के लिए मृतक के दो दोस्तों ने ही बेहरमी से हत्या कर दिया. सोमवार की देर शाम प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ विपिन बिहारी ने जानकारी देते हुए कहा. इस हत्या कांड मामले के दो आरोपी आर्यन कुमार और प्रीतम कुमार की गिरफ्तार की गई है.
इस मामले में एसपी डॉ. सत्य प्रकाश के निर्देश पर एसडीपीओ विपिन बिहारी एवं रजौन थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. अनुसंधान के दौरान पता चला कि दिलखुश कुमार मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलता था. आर्यन कुमार को गेम खेलने के लिए मोबाइल नहीं था. जिसको लेकर आर्य ने दिलखुश कुमार से मोबाइल खरीदने के लिए 10 हजार रुपया उधार लिया. लेकिन उसने पैसा कहीं खर्च कर दिया. जिसे दिलखुश पैसा वापस मांग रहा था. तथा मोबाइल गेम खेलने के लिए अपना मोबाइल देने से इनकार कर गया. इसी बात को लेकर आक्रोश में आकर दोनो दोस्त ने योजना बनाकर 1 जनवरी की रात को घर से दिलखुश को बुलाकर बहियार की तरफ ले गया.
दिलखुश को जब घर से बुलाकर उसके दोनो दोस्त आर्यन और प्रीतम ले जा रहा था. उस दौरान दोनों ने मिलकर उसे धमकाया लेकिन दिलखुश को अनहोनी आशंका हुई तो वह भागना चाहा, लेकिन दोनो दोस्त ने उसे गमछा से गला दबा दिया. इतने से भी जब मन नहीं भरा तो उसे कैंची गोद कर हत्या कर दी. और दोनो दोस्त मौके से फरार हो गया. इस मामले में थाना क्षेत्र के सिकानपुर गांव निवासी रामदेव यादव ने 2 जनवरी को अपने पुत्र 13 वर्षीय दिलखुश कुमार के अपहरण कर लेने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. जिसमें गांव के ही चार लोगों पर आरोप लगाया गया था. उसके अगले दिन 3 जनवरी को नाया डीह गांव स्थित पोखर से दिलखुश कुमार का शव बरामद हुआ था. वही पुलिस इस हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए दोनों नाबालिक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज देने की बात कही है.