JHARKHAND:-
जियो सर्विलांस सिस्टम से आवासीय परिसर की हुई जांच, अधिकारियों को जमीन के भीतर ज्वेलरी और दूसरी कीमती चीजें होने का शक |
राज्यसभा सांसद धीरज साहू के रांची स्थित आवास में आयकर की जांच आठवें दिन भी जारी है। अधिकारी अब भी डॉक्यूमेंट सहित दूसरी चीजें तलाशने में जुटे हैं। इससे पहले मंगलवार को आवासीय परिसर की जियो सर्विलांस सिस्टम से जांच की गई। रेडियम रोड स्थित आवास सुशीला निकेतन में मंगलवार को अधिकारियों ने एक मशीन मंगवाई। इसके बाद कैंपस में लगी लाइट्स को बंद करा कर मशीन से आवास के अंदर, बाहर, बगीचा, पार्किंग एरिया और सीवरेज पाइप की जांच की। बताया जा रहा है कि आयकर के अधिकारियों को कैंपस में जमीन के भीतर ज्वेलरी और दूसरी कीमती चीजें होने का शक है।
अब ईडी जांच की चल रही तैयारी
रांची आवास पर जारी छापेमारी के बीच धीरज साहू के आवास से जमीन, होटल, हॉस्पिटल सहित अन्य व्यापार में निवेश के कागजात सहित बरामद कैश व जेवरों का असेस्मेंट भी किया जा रहा है। वहीं ओडिशा में साहू कंपनी के ठिकानों से मिले 354 करोड़ रुपए कैश, जेवर और करोड़ों के निवेश की जांच अब ईडी कर सकती है। इसकी तैयारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक भुवनेश्वर में ईडी के बड़े अधिकारी ने आयकर टीम से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद दिल्ली लौट गए।
नौ ठिकाने से मिले 354 करोड़ रुपए
छह दिसंबर से जारी आयकर विभाग की रेड ओडिशा में खत्म हो गई। ओडिशा स्थित नौ ठिकाने से 354 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। हालांकि यह आधाकारिक आंकड़ा नहीं है। अब केवल झारखंड के रांची स्थित आवास पर छापेमारी जारी है। ओडिशा के बोलांगीर स्टेट बैंक में गिनती करा रहे बैंक के रीजनल हेड भगत बेहेरा ने रविवार की देर रात कहा कि 176 बैग की गिनती पूरी हुई। तीन राज्यों झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में छापेमारी में कुल 354 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। इन नोटों को बोलांगीर और संबलपुर स्थित स्टेट बैंक में चालान भरकर जमा कराया गया है।
कौन हैं धीरज प्रसाद साहू
राज्य सभा की वेबसाइट के अनुसार 23 नवंबर 1955 को रांची में जन्मे धीरज प्रसाद साहू के पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू है। मां का नाम सुशीला देवी है। वो तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। वो 2009 में राज्य सभा सांसद बने थे। जुलाई 2010 में वो एक बार फिर झारखंड से राज्य सभा के लिए चुने गए। तीसरी बार वो मई 2018 में राज्य सभा के लिए चुने गए। उनके पिता राय साहब बलदेव साहू अविभाजित बिहार के छोटानागपुर से थे और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया था। देश के आज़ाद होने के वक्त से ही उनका परिवार कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है। उन्होंने खुद 1977 में राजनीति में कदम रखा। वो लोहरदगा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल रहे। उनके भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रहे। 2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया में धीरज साहू की ओर से दायर हलफनामा के मुताबिक उन्होंने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी। उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है।