पटना: एलजेपी चीफ चिराग पासवान ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा. हमारे प्रदेश का नेतृत्व सिर्फ और सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षाओं को लेकर आगे बढ़ रहा है. ना कि बिहार को आगे लेकर जाने की सोच रख कर सदियों से देश में चुनाव हो रहे हैं. मैंने कभी ऐसा अनुभव नहीं किया कि किसी राज्य का मुख्यमंत्री चुनाव में इतने व्यस्त हो जाए कि वह अपनी जिम्मेदारियो को निभाना तक भूल जाए. इस बात को नोटिस कीजिए कि मेरे मुख्यमंत्री की एक मुख्यमंत्री के तौर पर और एक गृह मंत्री के तौर पर उनकी जिम्मेदारियां होनी चाहिए और अगर उनका ध्यान किसी पर केंद्रित है, तो सिर्फ और सिर्फ चुनाव को लेकर अपने गठबंधन को लेकर अपने पदों को लेकर के कि उनको संयोजक बनाया जाएगा या नहीं. सिर्फ इन बातों को लेकर ही चर्चा हो रही है. और अफसोस यह है, की इस दौरान कई ऐसी जिम्मेदारियां थी एक मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश के गृहमंत्री के तौर पर जिसका निर्वहन उनको करना चाहिए था. जो पूरी तरीके से जिसको उन्होंने नकारा.
नव वर्ष की शुरुआत के साथ एक बार फिर बिहार हत्याओं का अपराध का ग्राफ चढ़ने लगा है. और हमेशा की तरह मेरे मुख्यमंत्री खामोश दिखाइए दिए. सिर्फ और सिर्फ राजनीति तमाम ऐसे विषयों को लेकर होती है. जिस पर चर्चा सार्वजनिक तौर पर करना महत्वपूर्ण नही है. एक तरफ देश में चुनाव है, और यह बहुत बड़ा महत्वपूर्ण है. उसी के साथ यह साल एक ऐतिहासिक साल है. क्योंकि यह साल सदियों से लंबे एक सपना देश की एक बड़ी आबादी का एक सपना इस साल की शुरुआत में पूरा होने जा रहा है. राम भक्तों की लंबे समय से आस्था रही है. और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो अफसोस इस बात का है. की इस विषय को लेकर दशकों से सिर्फ और सिर्फ इसके ऊपर राजनीति होती है. जो कि नहीं होनी चाहिए राम मंदिर को हर चुनाव में मुद्दा बनाया गया राम मंदिर निर्माण को लेकर तरह तरह की बाते कही गई. और इसको लेकर सांप्रदायिकता तो खूब फैलाई गई. लेकिन इसको लेकर कोई ठोस कदम कभी भी नही उठाई गई.
राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा बल्कि आगामी 22 तारीख देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा इसका उद्घाटन किया जा रहा है. रामलाल की मूर्ति की वहां पर स्थापना की जा रही है. प्राण प्रतिष्ठा उसकी की जाए, तो अब इसको भी लेकर अलग-अलग तरीके की राजनीति एक लंबा समय तो पहले इसके निर्माण को लेकर राजनीति हुई अब इसके उद्घाटन को लेकर राजनीति हो रही है. की किसको निमंत्रण दिया जा रहा है, किसको निमंत्रण नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर जिस तरीके की बयान बाजी चल रही है. बिहार के नेताओं को तो खुश होना चाहिए हम लोग माता सीता के प्रदेश से आते हैं. सीतामढ़ी हमारे ही प्रदेश का हिस्सा हम लोग को तो और खुश होना चाहिए, कि जितना जायदा भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है उतना ही खूबसूरत माता सीता का मंदिर हम लोग सीतामढ़ी में भी बनाए लेकिन जिस तरह फालतू की बयान बाजी करते है. उतनाही समय बिहार की व्यवस्था को दुरुस्त करने में देते तो आज बिहार में क्राइम इतना नही बढ़ता. लोगो को अब घर से निकलना मुश्किल हो गया है. कि कब किसके साथ क्या हो जाए, यह लोगो के जहन में घूमता रहता है.