Jharkhand:-
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज भी पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी कार्यालय चिट्ठी भेजी जिसे सूरज नाम का कर्मचारी लेकर पहुंचा। सूत्रों की मानें तो इस चिट्ठी में हेमंत सोरेन ने ईडी से सवाल किया है कि आप मुझे किस तरह बुला रहे हैं। क्या आप मुझे एक आरोपी की तरह पूछताछ के लिए बुला रहे हैं या आप इस मामले में जांच के लिए सहयोग चाहते हैं उस आधार पर बुला रहे हैं।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कुछ देर पहले दुमका के लिए रवाना हो गये। मुख्यमंत्री ईडी कार्यालय के पास से ही गुजरे। सीएम हेलीकॉप्टर से दुमका के लिए रवाना हो गये। ईडी का दफ्तर एयरपोर्ट के रास्ते में है लेकिन सीएम वहां नहीं ठहरे। सुबह से ही उनके ईडी कार्यालय आने को लेकर चर्चा का बाजार गर्म था सुबह 10:00 बजे से ही ईडी कार्यालय के बाहर पुलिस वालों की तैनाती की गई थी।
सूत्रों के अनुसार अपनी व्यस्तता को लेकर हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर एक चिट्ठी भेज सकते हैं। इस चिट्ठी में पूछताछ में शामिल ना होने की वजह सरकारी कार्यों में व्यस्तता हो सकती है। यह छठी बार है जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 12 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पांचवा समन जारी कर 4 अक्टूबर को हाजिर होने का निर्देश दिया है। जमीन घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय लगातार हेमंत सोरेन को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुला रही है लेकिन हेमंत सोरेन ईडी के समन के खिलाफ होईकोर्ट पहुंचे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन जारी होने के बाद ही सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी से समन वापस लेने को कहा था। उन्होंने कहा था कि हमने पहले ही अपनी संपत्ति की जानकारी दे दी हैं। अगर वह गुम हो गया है तो वे फिर से इसे उपलब्ध करा सकते हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व अवैध खनन मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए समन जारी किया था। उस दौरान वे ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे और ईडी के सभी प्रश्नों का जवाब दिया था। पूछताछ के दौरान संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी ईडी को उपलब्ध कराए थे।