PATNA:-
लोकसभा चुनाव अप्रैल में ही होगा। इसकी तिथियां फरवरी अंत तक जारी की दी जाएंगी। दरअसल, लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव आयोग ने बिहार समेत सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। राम मंदिर के उद्घाटन यानी 22 जनवरी के 10 दिन पहले यानी 11-12 जनवरी को यह बैठक संभावित है। दो दिनों के सीईओ (मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी) कॉन्फ्रेंस के संकेत स्पष्ट किया है कि इसमें तैयारियों की समीक्षा के साथ संभावित तारीखों पर चर्चा की जाएगी। बैठक के तत्काल बाद आयोग की टीम बिहार समेत अन्य राज्यों का दौरा करेगी। उसके बाद चुनाव की तिथियों का ऐलान किया जाएगा। फरवरी के पहले पखवाड़े में चुनाव आयोग की टीम बिहार आ सकती है।
तीन चरणों में हो सकता है चुनाव
बिहार में चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। इस बार 2019 की तुलना में थोड़ा पहले चुनाव की घोषणा हो सकती है। उम्मीद है कि इस बार फरवरी के अंतिम सप्ताह या फिर 10 मार्च के पहले चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। बता दें 2019 में 10 मार्च को चुनाव की घोषणा की गई थी। होली मार्च के अंतिम सप्ताह में है। इसको ध्यान में रखकर तारीखें तय की जाएंगी। सूत्रों की मानें तो अप्रैल में ही चुनाव के तीन चरण होंगे। 2019 में बिहार में चार व देश में सात चरण में वोट पड़े थे।
31 जनवरी तक पूरी होनी है ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया
चुनाव आयोग ने अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की गाइडलाइन 21 दिसंबर को ही जारी की थी। आयोग ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन कार्यों से सीधे तौर पर जुड़े अफसरों को उनके गृह जिलों या उन जिलों में तैनात नहीं किया जाएगा, जहां वह लंबे समय तक काम किए हैं। इसके अंतर्गत डीएम-एसपी से लेकर उनसे नीचे के कई पुलिस एवं प्रशासनिक अफसर आएंगे। चार वर्षों में (कट ऑफ डेट 30 जून 2024 तक) जिन अफसरों का कार्यकाल 3 वर्ष का पूरा हुआ होगा, उनका तबादला होना है। 3 वर्ष की अवधि को जोड़ने में संबंधित जिले में उनको प्रोन्नति देकर अन्य पद पर तैनात किए जाने वाली अवधि भी जोड़ी जाएगी।