मोतिहारी: पूर्वी चम्पारण के मोतिहारी क्षेत्र के रक्सौल के चार मुस्लिम बहने राम भक्ति में डूबी। रघुनंदन के अभिनंदन को लेकर विश्व के साथ ही पूरी भारतवर्ष आतुर है अभी प्राण प्रतिष्ठा में कुछ ही दिन शेष है। इसमें सभी देश वासी राम भक्ति में गोता लगाने के लिए अपने स्तर से अपने को राम भक्त बताने में भी जुड़े है। सभी भजन गायक अपने भजनों से राम भक्तो के जोश को बढ़ा रहे है, तो वही रक्सौल नगर परिषद के वार्ड 3 की तुमरिया टोला की चार मुस्लिम बहने एक से एक राम भजन का गायन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रही है। ये बहने बचपन से ही भजन गायन कर लोगो को भक्तिमय बना देती है।
इनलोगों की सबसे बड़ी खास बात ये रही कि इन्होंने संगीत की शिक्षा कही नहीं ली है कारण ये की इनके घर की माली हालत बहुत ही खराब है। इसलिए ये बहने स्वर की कोकिला लता मंगेशकर जी को आदर्श मानते हुए उनके गानों को सुनकर रियाज किया और आज एक से बढ़कर एक गाना गाती है। उनकी पकड़ हिंदी गानों पर इतनी अच्छी है कि बिना वाद्य यंत्रों के भी इनका सुर बहुत ही प्यारा होता है । शाहिना खातून आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। तो शाइस्ता प्रवीन दिव्यांग है जो इंटर में पढ़ती है। संजीता खातून पाचवी क्लास में तो सबसे छोटी नैंसी प्रवीण दूसरी क्लास की छात्रा है । पिता हाजी हुसैन प्राइवेट गाड़ी के चालक है तो माँ रुखसाना खातून गृहणी है भाई अफरोज आलम पढ़ाई करता है। ये काफी गरीब परिवार मुस्लिम होते हुए भी लता मंगेश्कर जी को अपना आदर्श मानती है और कहती है कि संगीत जात धर्म नही देखता। तो वही दूसरी तरफ इन बच्चियों की माँ की हार्दिक इक्षा इनके बॉलीवुड में गाने को लेकर और।