झारखंड: साहिबगंज अवैध खनन मामले में सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू से आज दूसरी बार पूछताछ की जाएगी। उन्हें 11 बजे ही ईडी ऑफिस बुलाया गया था, लेकिन अबतक नहीं पहुंचे हैं। सूत्रों की माने तो वो सचिवालय जा सकते हैं। बता दें कि दो साल पहले भी उनसे ईडी ने पूछताछ की थी। इधर 15 जनवरी को सीएम के करीबी माने जाने वाले विनोद सिंह को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वे भी सवालों का जवाब देने नहीं पहुंचे। उन्होंने ईडी अधिकारियों को सूचित किया है कि उनके पिता बीमार हैं। उन्होंने एक हफ्ते का समय मांगा है।
खनन मामले को लेकर ईडी ने 12 ठिकानों पर रेड
बता दें कि 3 जनवरी को अवैध खनन मामले को लेकर ईडी ने 12 ठिकानों पर रेड की थी। जिसमें अभिषेक प्रसाद पिंटू के आवास पर छापा मारा गया था। इसी दिन साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव, ग्रिड कंसल्टेंट के मालिक विनोद सिंह सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। 5 जनवरी को ईडी ने समन जारी कर सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार को 16 जनवरी को बुलाया है।
3 अगस्त 2022 को पहली बार हुई थी पूछताछ
अवैध खनन मामले को लेकर सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू से दो साल पहले 3 अगस्त 2022 को पहली बार पूछताछ की जा चुकी है। उस दिन नौ घंटे पूछताछ की जा चुकी है। तब ईडी ने अवैध खनन, खनन पट्टा आवंटन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिंटू से सवाल-जवाब किए थे। पिंटू से उनके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी ली थी। साथ ही उनके और उनके परिवार के सदस्यों की आय के विभिन्न स्त्रोतों के बारे में भी सवाल पूछे थे।
डीसी श्री यादव की जगह पहुंचा उनका पत्र ईडी ऑफिस
डीसी रामनिवास यादव भी नहीं पहुंचे ईडी ऑफिस ईडी ने अवैध खनन मामले को लेकर साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव को भी समन जारी कर बुलाया था। उन्हें 11 जनवरी को हाजिर होने को कहा था। लेकिन समन के बाद वे ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे। डीसी रामनिवास यादव की जगह उनका पत्र ईडी ऑफिस पहुंचा। पत्र में उन्होंने ईडी के अधिकारियों को सूचित किया की सरकार द्वारा लिए गए फैसले के आलोक में वह बिना अनुमति के पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो सकते हैं।
सीएम के बेहद करीब हैं अभिषेक प्रसाद पिंटू
अभिषेक प्रसाद पिंटू फिलहाल सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार हैं। वे सीएम के काफी करीब भी हैं। सीएम हेमंत सोरेन और अभिषेक प्रसाद पिंटू की दोस्ती लगभग 30 साल पुरानी है। बताया जाता है कि अभिषेक प्रसाद पिंटू के चाचा एक अंग्रेजी अखबार में संपादक थे। शिबू सोरेन से उनकी घनिष्ठता थी। झारखंड आंदोलन में भी अभिषेक प्रसाद पिंटू के चाचा की दिलचस्पी थी, इसलिए कवरेज के मामले में शिबू सोरेन से उनकी मुलाकात होती रहती थी।