Khagaria:
खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सलारपुर गांव में किशोरी और युवक के बीच हुई मामले की चर्चाएं इन दिनों जोरों पर है, जहां पीड़िता के पिता द्वारा लिखित आवेदन के जरिए कहा गया कि गांव के ही एक लड़के ने शादी के नियत से भागा कर ले गया हैं। जबकि वहीं पुछताछ में पीड़िता किशोरी की मां और आरोपी युवक की मां ने कहा कि 15 वर्षिया किशोरी और 19 वर्षीय युवक के बीच प्रेम प्रसंग वर्षों से चल रहा था। दरअसल मामला बीते बुधवार 4 बजे सुबह की बताई जा रही है। जहां युवक और किशोरी दोनों को आपस में रंगरेलियां मनाते रंगें हाथ पकङ लिया गया । स्थानीय लोगों द्वारा सुचना के उपरांत परबत्ता थाना पुलिस ने युवक और किशोरी दोनों को हिरासत में ले लिया था। जहां घंटों पुछताछ के बाद युवक को बाइजत घर भेज दिया था और किशोरी को महिला कस्टडी में रखा रहा, परंतु परबत्ता थाना पुलिस द्वारा उक्त मामले में कोई स्वीकृत या फिर मामला दर्ज नहीं किया गया, मजबूरन पीड़िता परिजन जिला प्रशासन की शरण में पहुंचे तो उसके बाद जिला प्रशासन द्वारा दबाव बनाये जाने के बाद हीं आरोपी युवक को पुनः परबत्ता थाना पुलिस गिरफ्तार कर पुलिसिया प्रक्रिया पुरी करने में जुटी हुई है।
अब सवाल यह उठता है कि परबत्ता थाना पुलिस जब दोनों को शुरुआती दौर में ही हिरासत में ले गई थी तो आरोपी युवक की थाना परिसर से रिहाई किस आधार पर हुई, यदि रिहाई की वजह निर्दोष है तो फिर पांचवें दिन पुनः गिरफ्तारी कैसे हुई, इतना ही नहीं सवाल के घेरे में परबत्ता थाना पुलिस आते हैं कि कानूनी प्रक्रिया में कोई भी मामले में संलिप्त आरोपियों, दोषियों, अपराधियों की हिरासत की समय सीमा 24 घंटे है तो यहां 5 दिनों तक अपहृता किशोरी परबत्ता थाना महिला पुलिस कस्टडी में कैसे रखी गई हैं। सवाल यह भी पैदा होती है कि किशोरी की हिरासत में लेने के उपरांत मेडिकल परीक्षण प्रक्रिया क्यों नहीं अपनाई गई। बहरहाल उक्त सवाल के जबाव से फिलहाल पुलिस प्रशासन दूर भाग रही है।
अंततः बताते चलें कि रविवार दोपहर के बाद खबर संकलन तक परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल, गोगरी इंस्पेक्टर पवन कुमार आदि अन्य पुलिस अधिकारी द्वारा मामले की तफ्तीश में जुटी हुई थी। परंतु उक्त मामले को लेकर क्षेत्रों में चर्चाएं की बाजार गर्म है।
